UP: घास काटने गए बुजुर्ग को बाघ ने बनाया निवाला, गन्ने के खेत में मिला अधखाया शव
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। धौरहरा कोतवाली क्षेत्र के मंगरौली गांव में मंगलवार शाम घास काटने गए बुजुर्ग को बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। बुधवार की सुबह उसका अधखाया शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ है। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत व्याप्त हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
गांव मंगरौली निवासी सिराजुद्दीन उर्फ भूरे हलवाई (65) मंगलवार शाम दहौरा नाले की ओर हरदुहा पुल के पास गोंदी (घास) काटने गए थे। बताया जा रहा है कि दहौरा नाले की तलहटी में घात लगाए बैठे बाघ ने अचानक उन पर हमला कर दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। देर शाम तक जब सिराजुद्दीन घर नहीं लौटे तो परिजन चिंतित हो गए और ग्रामीणों के साथ उनकी तलाश शुरू की।
तलाश के दौरान हरदुहा पुल के पास उनकी साइकिल मिली, जिससे अनहोनी की आशंका गहराई। इसके बाद परिजनों ने पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। मृतक के पुत्र इसरार की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और रात भर खोजबीन की गई। बुधवार सुबह करीब 10 बजे सिराजुद्दीन का अधखाया शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ। शव की हालत देखकर ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
घटना के बाद गांव और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि बीते कुछ समय से क्षेत्र में बाघ और तेंदुए की आवाजाही देखी जा रही थी, लेकिन इस तरह की घटना पहली बार सामने आई है। वन रेंज धौरहरा के क्षेत्रीय वनाधिकारी नृपेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि हमलावर वन्य जीव की पहचान के लिए जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पदचिन्हों और शव पर लगे घावों के आधार पर यह बाघ या तेंदुआ हो सकता है, हालांकि प्रथम दृष्टया तेंदुए के हमले की आशंका अधिक लग रही है।
वन विभाग की टीम क्षेत्र में निगरानी बढ़ा रही है। वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अकेले खेतों या नालों की ओर न जाएं, खासकर सुबह-शाम के समय अतिरिक्त सतर्कता बरतें। वहीं, प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दिलाने का आश्वासन दिया गया है।
घर के पास से पडडे को उठा ले गया बाघ, अधखाया शव मिला
संपूर्णानगर। अमृत विचार: बुधवार को मिर्चिया फार्म में गुरसेवक सिंह के घर के बाहर टीन सेट में बंधा पड्डा को बाघ खींच कर खेत मे ले गया। पशुपालक के शोर मचाने पर आसपास फार्म के लोग एकत्रित हुए और सूचना वन रेंज कार्यालय सम्पूर्णानगर को दी। सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों ने पड्डे की तलाश की तो घर से करीब 400 मीटर दूर गन्ने के खेत में उसका अधखाया शव बरामद हुआ। शव के पास बाघ की मौजूदगी देख वनकर्मी वापस लौट पड़े। हालांकि ग्रामीण किसी तरह से शव को बाहर ले आए। घटना के बाद से ग्रामीणों में भय का माहौल है। आये दिन बाघ व तेंदुए का चहलकदमी देखी जा रही है। इसके बावजूद वन विभाग कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है। की लापरवाही सामने आती है बाघ देखने के बाद भी उसको पकड़ने की बजाय बनकर्मी वापस रेंज चले गए। वन विभाग ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
