Year Ender 2025: अंतरराष्ट्रीय कार्यशालाएं, 88 शोध और 10 पेटेंट... 2025 में भाषा विश्वविद्यालय की शानदार उपलब्धियां

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Published By Muskan Dixit
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भाषा विश्वविद्यालय को नैक ग्रेड बी प्लस प्लस की मान्यता भी मिली, 21 राज्यों के 6 धर्मों के विद्यार्थी यहां करते हैं अध्ययनरत

मार्कण्डेय पाण्डेय, लखनऊ, अमृत विचार: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय के लिए वर्ष 2025 उपलब्धियों से भरा रहा। नए कुलपति प्रो. अजय तनेजा के नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने नैक ग्रेड बी प्लस प्लस की मान्यता प्राप्त की। इसके अलावा 23 राष्ट्रीय -अंतरराष्ट्रीय कार्यशालाएं कराई और 88 शोध करने के साथ 10 पेटेंट भी कराए। शैक्षणिक गुणवत्ता, शोध, नवाचार, प्रशासनिक सुदृढ़ता तथा सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में उपलब्धियां अर्जित हुईं।

शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के कल्याण के लिए50 लाख रुपये का कॉर्पस फंड स्थापित किया गया। शैक्षणिक सत्र 2025–26 में सर्वाधिक 5,400 नामांकन हुए और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में 300 केवीए क्षमता के सोलर पैनल स्थापित किए गए। जिससे लगभग 70 लाख रुपए की ऊर्जा बचत हुई। परिसर को हरित बनाने के लिए पौधरोपण, योग वाटिका एवं स्वच्छता अभियानों का संचालन किया गया।

समर्थ ईआरपी को अन्य संस्थानों ने अपनाया

प्रशासनिक सुधारों के अंतर्गत समर्थ ईआरपी के सभी मॉड्यूल लागू किए गए, जिसे अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा मॉडल के रूप में अपनाया गया। विश्वविद्यालय द्वारा 65 से अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर कर शैक्षणिक सहयोग को सुदृढ़ किया गया।

स्टार्टअप हुए पंजीकृत

अटल इनोवेशन एंड इंक्यूबेशन सेंटर के अंतर्गत 10 स्टार्टअप पंजीकृत किए गए। साथ ही शिक्षकों को विभिन्न शोध व विकास परियोजनाओं हेतु 36 लाख रुपए से अधिक की धनराशि प्राप्त हुई।

डिजिटल शिक्षा को मिला बढ़ावा

डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु विश्वविद्यालय में स्वयम, एनपीटीईएल, ई-पीजी पाठशाला और स्वयम प्रभा जैसे राष्ट्रीय प्लेटफॉर्मों के माध्यम से पाठ्यसामग्री का विकास किया गया। इंटरनेट क्षमता को बढ़ाकर 1 जीबीपीएस किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में एआई लैब, मीडिया स्टूडियो, भाषा प्रयोगशाला, म्यूज़ियम, आर्ट गैलरी, भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र और आधुनिक पुस्तकालय सुविधाएं इस वर्ष विकसित की गईं।

निशुल्क कोचिंग और छात्रवृत्ति भी मिली

छात्र कल्याण के क्षेत्र में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों को मुफ्त कोचिंग व विश्वविद्यालय में अध्यनरत विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई। इस वर्ष 308 विद्यार्थियों को प्लेसमेंट प्राप्त हुआ। विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों के लिए एल्यूमनी मीट का आयोजन भी किया गया। स्वास्थ्य सुविधाओं के अंतर्गत डिस्पेंसरी एवं 24×7 एम्बुलेंस सेवा प्रारंभ की गई।

विश्वविद्यालय के भावी लक्ष्य

भविष्य की योजनाओं में बीटेक, एमटेक साइबर सिक्योरिटी, एमएससी बायोटैक्नालॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, जूलोजी और बॉटनी में आरंभ होगा। इसके अलावा एमए समाजशास्त्र और भाषा आधारित डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ करना शामिल है। साथ ही 1200 सीटों की क्षमता वाला आधुनिक ऑडिटोरियम, मल्टीपर्पज हॉल, कंप्यूटर सेंटर, खेल अधोसंरचना का विस्तार व विश्वविद्यालय की ई-पत्रिका का प्रकाशन प्रस्तावित है।

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