यूपी में हर सातवें दिन मुठभेड़, कमिश्नरेट पुलिस ने इस वर्ष 525 आरोपियों को भेजा जेल, 829 को दिलाई सजा
लखनऊ, अमृत विचार: कमिश्नरेट पुलिस वर्ष 2025 में अपराधियों के खिलाफ सख्त दिखी। इस वर्ष पुलिस और बदमाशों ने 58 मुठभेड़ हुई जिसमें गोली लगने से तीन बदमाशों की मौत हो गई और 55 को गिरफ्तार किया गया। 196 के खिलाफ गैंगस्टर और 217 पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई जिला बदर किया गया। 16 आरोपियों की 4.90 करोड़ की संपत्ति कुर्क की गई। पुलिस पूरे साल में 525 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा, जिसमें मजबूत पैरवी कर 829 आरोपियों को कोर्ट से सजा दिलाई। इसमें एक को मृत्युदंड और 46 को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र कुमार सेंगर ने बताया कि इस वर्ष एक भी डकैती की वारदात नहीं हुई। पिछले वर्ष की तुलना में हत्या के अपराधों में कमी दर्ज की गई। हत्या जैसे गंभीर मामलों में लखनऊ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 525 अभियुक्तों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा। हत्या के मामले में आरोपित 3 लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत की कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि 41 अभियोगों में 196 अभियुक्तों के खिलाफ गैगेस्टर एक्ट के अन्तर्गत कार्रवाई की गई। कमिश्नरेट पुलिस की मजबूत पैरवी के कारण 829 आरोपितों को कोर्ट ने सजा दी। महिलाओं और बालिकाओं से संबंधित गंभीर अपराधों में 139 अभियुक्तों को सजा दिलाने में सफलता प्राप्त की गई। वहीं कठोरतम दण्ड में 1 आरोपित को मृत्युदण्ड (फांसी) की सजा व 46 अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा दिलाने के लिए पुलिस ने अच्छे से पैरवी की।
मिशन शक्ति 5.0 एवं पिंक पुलिसिंग को किया बेहतर
पुलिस कमिश्नर के मुताबिक महिलाओं की सहायता और काउंसलिंग के लिए 99 पिंक बूथ क्रियाशील किए गए। पुलिस स्टेशनों पर 53 मिशन शक्ति केंद्रो की स्थापना की गई। त्वरित निस्तारण के लिए 53 विशेष सीयूजी (CUG) नंबर आवंटित किए गए। यूपी-112 ने महिला संबंधी 80,735 शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही की, जिसका औसत रिस्पॉन्स टाइम मात्र 8 मिनट रहा।
यातायात पुलिस ने की कार्रवाई
वहीं, यातायात व्यवस्था में सुधार करने के भी कई प्रयास किये गये। दावा किया गया है। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों 11,64,061 वाहनों का चालान किया गया। नो पार्किंग में वाहन खड़े 2,62,373 वाहनों को चालान किया गया। शहर के संवेदनशील पॉइंट्स पर 42 रेसर मोबाइल तैनात की गई हैं।
नशा मुक्त अभियान के तहत कार्रवाई
उधर, एनडीपीएस एक्ट के तहत 145 शातिर तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। आरोपितों के कब्जे से करोड़ों रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ जैसे गांजा, कोकीन, स्मैक, अफीम और मारफीन की खेप बरामद की गई। अवैध शराब के निर्माण और बिक्री में संलिप्त 187 अभियुक्त गिरफ्तार किए गए।आरोपितों के कब्जे से कुल 31,000 लीटर से अधिक अवैध शराब बरामद कर जब्त की गई। ''ऑपरेशन पहचान'' के अंतर्गत कुल 13,488 किराएदारों का सत्यापन किया गया।
ट्रैफिक मैनेजमेंट: दावा बेहतरी का, पर उठते रहे सवाल
पुलिस का दावा है कि शहर में हुए प्रमुख कार्यक्रम के दौरान बेहतर मैनेजमेंट करके जाम नहीं लगने दिया। हालांकि आम दिनों में ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर सवाल उठते रहे। कहीं अतिक्रमण तो कहीं ई रिक्शा की अधिकता के कारण ट्रैफिक व्यवस्था खराब रही। खुद पूर्व डिप्टी सीएम राज्य सभा सांसद दिनेश शर्मा को ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर अफसरों से नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद से बात करके शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कहा था। वह शनिवार को पुराने लखनऊ गए थे। बाजारखाला से चौक आते समय जाम में फंसे। इसके अलावा उन्होंने बाजारखाला से नींबू पार्क तक आने में जाम के कारण करब सवा घंटा लग गया था।
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