उन्नाव रेप केसः पीड़िता और न्याय की हुई जीत, बोलीं अलका लांबा- अपराधियों को मिलनी चाहिए फांसी की सजा मिलनी चाहिए
नई दिल्ली। कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि उन्नाव बलात्कार मामले में उच्चतम न्यायालय का आदेश पीड़िता, उसके परिवार और न्याय की जीत है। पार्टी की महिला इकाई की अध्यक्ष अलका लांबा ने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में मोदी सरकार बेनकाब हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि बेटियों के अपराधियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय के उस आदेश पर रोक लगा दी जिसमें 2017 के उन्नाव बलात्कार मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निष्कासित नेता कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद की सजा को निलंबित कर दिया गया था। प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत, न्यायमूर्ति जे.के. माहेश्वरी तथा न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की अवकाशकालीन पीठ ने सेंगर को नोटिस जारी कर सीबीआई की उस याचिका पर जवाब मांगा जिसमें उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी गई है।
अलका ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह पीड़िता, उसके परिवार और उसके साथ खड़ी हर आवाज की जीत है। यह न्याय की जीत है। मगर यह लड़ाई अभी ख़त्म नहीं हुई है।’’ उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी कहते थे कि नाबालिग के बलात्कारियों को दोषी साबित होते ही फांसी दी जाएगी, लेकिन सभी ने देखा कि कैसे बलात्कारियों और अपराधियों को बचाया जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कुलदीप सिंह सेंगर हो, अंकिता भंडारी के दोषी हों या बिलकिस बानो के दोषी, नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार हर मामले में बेनकाब हुई है। अलका ने कहा, ‘‘हमारी वकील पूरी तरह से पीड़िता के साथ खड़ी रही, हमने यह लड़ाई कानूनी तौर पर लड़ने के साथ ही सड़कों पर भी संघर्ष किया। हम मांग करते हैं कि बेटियों के अपराधियों को रिहा करने और पैरोल पर छोड़ने का तमाशा बंद होना चाहिए, इन्हें सीधे फांसी की सजा मिलनी चाहिए।’’
