लखनऊ: शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों से मिले आप सांसद संजय सिंह, जानें क्या कहा?

लखनऊ: शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों से मिले आप सांसद संजय सिंह, जानें क्या कहा?

लखनऊ। 23 हजार पदों को जोड़कर नियुक्ति पत्र दिए जाने की मांग को लेकर पिछले सात माह से धरने पर बैठे शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों से सोमवार को आप सांसद संजय सिंह ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अभ्यर्थियों की समस्या सुनने के बाद कहा की सभी अभ्यर्थी पुलिस के डंडे और मुकदमें का डर छोड़कर …

लखनऊ। 23 हजार पदों को जोड़कर नियुक्ति पत्र दिए जाने की मांग को लेकर पिछले सात माह से धरने पर बैठे शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों से सोमवार को आप सांसद संजय सिंह ने मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अभ्यर्थियों की समस्या सुनने के बाद कहा की सभी अभ्यर्थी पुलिस के डंडे और मुकदमें का डर छोड़कर एक साथ सड़क पर उतरकर आवाज उठाये तभी सरकार उनकी बात सुनेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले 68500 भर्ती निकाली, उसमें जब खाली पड़े पदों को योग्य अभ्यर्थी न होने का हवाला देकर कहा गया कि भर्ती बाद में की जायेगी। उसके बाद 69 हजार शिक्षक भर्ती निकाल दी उसमें सफल हुए योग्य अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी गयी है। जबकि अयोग्य लोगों को नियुक्ति पत्र दिया गया है। ऐसे में 68500 भर्ती में खाली पड़े पदों को भरने के लिए 23 हजार योग्य अभ्यर्थियों को पदों को जोड़कर नियुक्ति पत्र दिया जाना चाहिए। वहीं माध्यमिक के 1897 पदों पर उन्हें नियुक्ति देने की प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं की गई। वह भी तब जबकि खुद बेसिक शिक्षा मंत्री ट्वीट करके कहते हैं कि तीस दिसंबर से इनके साक्षात्कार एवं नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

इधर बीजेपी दफ्तर और मंत्री आवास का किया घेराव

वहीं दूसरी ओर 97 हजार नई शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने बीजेपी कार्यालय और बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि हमें कोट कचहरी नहीं जाना है, न्याय योगी से ही पाना है। इस नारे के साथ सैकड़ो शिक्षक अभ्यर्थीयों ने जमकर नारेबाजी की।

अभ्यर्थियों ने कहा न्याय पाने के लिए कोई भी कोर्ट या कचेहरी का चक्कर नही लगाएगा। इस बार हमें शासन से ही न्याय लेना है। अभ्यर्थीयों ने कहा कि पद की रिक्तिया होने पर भी शासन की ओर से शिक्षकों की भर्ती नहीं निकाली जा रही है। जिसकी वहज से 97 हजार अभ्यर्थी बेरोजगार घुम रहें है। सरकार की मंशा है कि हजारों अभ्यर्थी कोर्ट जाएं और भर्ती प्रक्रिया लंबित रहे।

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