रूस को यूक्रेन जैसे छोटे देश पर रखना चाहिए मानवीय दृष्टिकोण: शर्मा
बाराबंकी। यूक्रेन का मसला बारूद के ढेर पर नही बल्कि बातचीत की मेज पर तय होना चाहिए। चाहे जितनी मारकाट कर ली जाए, अंत में शांति की ओर ही लौटना होगा। तो शुरुआत शांति से ही क्यों न कि जाए। यह बात गांधी भवन में मशहूर होम्योपैथी चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ एए अंसारी ने यूक्रेन …
बाराबंकी। यूक्रेन का मसला बारूद के ढेर पर नही बल्कि बातचीत की मेज पर तय होना चाहिए। चाहे जितनी मारकाट कर ली जाए, अंत में शांति की ओर ही लौटना होगा। तो शुरुआत शांति से ही क्यों न कि जाए। यह बात गांधी भवन में मशहूर होम्योपैथी चिकित्सक एवं समाजसेवी डॉ एए अंसारी ने यूक्रेन में हो रहे आत्मघाती हमले के विरोध में आयोजित सभा की अध्यक्षता करते हुए कही।
इस दौरान गांधी भवन में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष यूक्रेन में शहीद हुए सैनिक एवं नागरिकों की याद में मोमबत्तियां जलाईं गई और युद्ध में शहीद हुए लोगों को याद किया गया। गांधीवादी राजनाथ शर्मा ने कहा कि रूस जैसे शक्तिशाली मुल्क को चाहिए कि वह अपने पड़ोसी छोटे राष्ट्र यूक्रेन के साथ मानवीय व्यवहार करें।
लेकिन रूस द्वारा शुरू किए गए युद्ध से दुनिया भर की मानवता शर्मसार हुई है। इससे गांधी और लोहिया को मानने वाले शांति प्रिय और अहिंसक लोगों की नज़र में रूस की प्रतिष्ठा गिरी है। रूस को तत्काल युद्ध बंद करना चाहिए। रूस का यह हमला मानवता विरुद्ध है।
श्री शर्मा ने कहा कि भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और बांग्लादेश को भी इस युद्ध से सबक सीखना चाहिए और महासंघ बनने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। जिससे दुनिया की बड़ी शक्तियां निरंकुश न हो सके।
सामाजिक कार्यकर्ता रिज़वान रज़ा ने कहा कि युद्ध नही होने चाहिए, क्योंकि यह बचपन छीन लेते हैं और मानवता को गहरा आघात देते हैं। गांधी के देश की हुक़ूमत को अहिंसा, एकता और शांति की पहल करनी चाहिए और अपने देश नागरिकों, विद्यार्थियों की सुरक्षा भी आगे बढ़कर करनी चाहिए। इस मौके पर शुऐब नकवी आगा, अली हुसैन, अब्दुल कलाम, मनीष खेतान, विनय कुमार सिंह, पाटेश्वरी प्रसाद, विजय कुमार सिंह, मृत्युंजय शर्मा, साकेत मौर्य, जमील उर रहमान, संतोष शुक्ला, सत्यवान वर्मा, विजय कनौजिया सहित कई लोग मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: गोरखपुर: चेयरमैन की कार में मिली अवैध शराब की पेटियां, सपा प्रत्याशी काजल निषाद ने पकड़ी गाड़ी
