हल्द्वानी: मेडिकल कॉलेज की मान्यता पर गहरा रहा संकट
हल्द्वानी, अमृत विचार। राजकीय मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की कमी अब यहां की मान्यता के लिए संकट बनता जा रहा है। यहां फैकल्टी की कमी बढ़ती जा रही है। इस वजह से एनएमसी के नियमों का पालन करना मुश्किल हो सकता है। खतरे की बात यह है कि यहां से जल्द ही कुछ और फैकल्टी …
हल्द्वानी, अमृत विचार। राजकीय मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी की कमी अब यहां की मान्यता के लिए संकट बनता जा रहा है। यहां फैकल्टी की कमी बढ़ती जा रही है। इस वजह से एनएमसी के नियमों का पालन करना मुश्किल हो सकता है। खतरे की बात यह है कि यहां से जल्द ही कुछ और फैकल्टी भी नौकरी छोड़कर जा सकते हैं। जबकि नए डॉक्टरों को यहां ज्वाइनिंग देने में चिकित्सा शिक्षा विभाग असफल साबित हो रहा है।
नेशनल मेडिकल कमीशन के नियमों के तहत किसी मेडिकल कॉलेज के संचालन के लिए वहां दस फीसदी तक फैकल्टी की कमी भी मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए खतरा बन जाती है। जबकि मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में 50 फीसदी से ज्यादा फैकल्टी की कमी चल रही है। यहां 28 विभागों में 109 फैकल्टी की कमी है। इसके लिए पिछले दिनों विज्ञापन भी निकलवाए गए थे लेकिन रिक्त पदों के सापेक्ष केवल 10 डॉक्टर की साक्षात्कार देने पहुंचे।
अगर इनकी नियुक्त हो भी जाती है तो भी मेडिकल कॉलेज को कोई फायदा नहीं होने वाला है क्योंकि अभी यहां से चार डॉक्टर नौकरी छोड़ चुके हैं। साथ ही तीन और डॉक्टरों ने नौकरी छोड़ने के लिए मौखिक तौर पर सूचना दे दी है। ये भी जल्द ही लिखित में अपनी नौकरी छोड़ देंगे। यही हाल रहे तो यहां 600 से ज्यादा मेडिकल छात्रों का भविष्य संकट में पड़ सकता है। मेडिकल कॉलेज में 12 विभागों में पीजी की 108 सीटें हैं। इनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। यहां पीजी की सीटें घटती जा रहीं हैं।
यहां खड़ी हुई समस्या
हल्द्वानी। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी से तबादला करके डॉक्टरों को अल्मोड़ा में मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। इस वजह से राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में फैकल्टियों की संख्या और भी कम हो गई। साथ ही बेहतर भविष्य के लिए यहां से डॉक्टर नौकरी छोड़कर अन्य संस्थानों में जा रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कमी को दूर करने के लिए बहुत प्रयास किए लेकिन समस्या जस की तस रही।
इन विभागों में बड़ी कमी
हल्द्वानी। जनरल मेडिसन विभाग में 15, जनरल सर्जरी में 11, आब्स एंड गायनी में 13, रेडियोडाग्नोसिस में सात पदों पर फैकल्टी की जरूरत है। कुल 28 विभागों में प्रोफेसर के 12, एसो. प्रोफेसर के 29 और असि. प्रोफेसर के 69 पर रिक्त हैं।
फैकल्टी के खाली पदों को भरने के लिए विज्ञापन निकलवाए थे, जिनमें कुछ पदों पर आवेदन आए थे। जल्द ही आवेदकों को ज्वाइनिंग मिल सकती है।
-डॉ. अरुण जोशी, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी
