पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने किया बड़ा ऐलान, बलिया से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

Amrit Vichar Network
Published By Amrit Vichar
On

लखनऊ। खादी पहन चुके पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर अब खादी पहनने के फिराक में हैं। ठाकुर ने रविवार को बलिया से लोकसभा चुनाव-2024 लड़ने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वे नवगठित राजनीतिक दल ‘अधिकार सेना’ की ओर से चुनाव लड़ेंगे। अमिताभ ने शनिवार को ही अधिकार सेना के गठन की घोषणा की थी। …

लखनऊ। खादी पहन चुके पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर अब खादी पहनने के फिराक में हैं। ठाकुर ने रविवार को बलिया से लोकसभा चुनाव-2024 लड़ने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वे नवगठित राजनीतिक दल ‘अधिकार सेना’ की ओर से चुनाव लड़ेंगे। अमिताभ ने शनिवार को ही अधिकार सेना के गठन की घोषणा की थी।

अमिताभ ठाकुर मूल रूप से बिहार के निवासी हैं। सन 2000 और 2006 में वे बलिया में बतौर पुलिस अधीक्षक सेवा दे चुके हैं। उन्हें जेल भी जाना पड़ा। पिछले साल मार्च में उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई थी। भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार बोलते रहे अमिताभ ठाकुर के चुनाव लड़ने की खबरें काफी दिनों से आती रही हैं। आखिरकार रविवार को पूर्व आईपीएस ठाकुर ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी।

उन्होंने एक वीडियो के माध्यम से अपनी नवगठित अधिकार सेना पार्टी से लड़ने का संकेत दिया। वीडियो में कहा कि बलिया लोकसभा क्षेत्र को उन्होंने इसीलिए चुना है कि बागी बलिया के नाम से विख्यात यह वीरों की भूमि है। समाजवाद के प्रणेता लोकनायक जयप्रकाश नारायण और पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर का नाम लेते हुए कहा कि शुरू से ही बलिया परिवर्तन की भूमि मानी गई है।

यह भी पढ़ें:-लोकसभा चुनाव 2024: बलिया संसदीय सीट से चुनाव लड़ेंगे पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर

संबंधित समाचार

टॉप न्यूज

चौधरी चरण सिंह 123वीं जयंतीः सीएम योगी ने दी भवपूर्ण श्रद्धांजलि, यूपी सरकार मनाएगी ‘किसान सम्मान दिवस’ सौंपेंगे 25 किसानों को ट्रैक्टर
मंत्रीपरिषद ने 15,189 करोड़ के निवेश प्रस्तावों को दी मंजूरी, प्रदेश में 12 औद्योगिक इकाइयों की स्थापना का रास्ता साफ, हजारों को मिलेगा रोजगार
नोएडा में भवन मानचित्र स्वीकृति होगी आसान, नई नियमावली को मंजूरी
वंदे मातरम् के 150 वर्ष:राष्ट्रगीत पर समझौता ही देश बंटवारे की जड़ बना, सीएम योगी का कांग्रेस-जिन्ना पर तीखा प्रहार
शीतकालीन सत्र में हंगामा: सपा का वॉकआउट, सरकार बोली- किसान पलायन नहीं, खेती की ओर लौट रहे