हल्द्वानी: भारतीय नौसेना के गौरव सेनानी की अविवाहित बेटी के लिए मसीहा बने मेजर रौतेला, किया कुछ ऐसा
हल्द्वानी, अमृत विचार। भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त गौरव सैनानी पिता के निधन के बाद बेटी मां का सहारा बनी। कुछ वक्त बाद बीमार मां भी गुजर गई। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी निभाते हुए अपने भाई की शादी और अंत में गीता अधिकारी खुद अकेली रह गईं। ऐसे में उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष …
हल्द्वानी, अमृत विचार। भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त गौरव सैनानी पिता के निधन के बाद बेटी मां का सहारा बनी। कुछ वक्त बाद बीमार मां भी गुजर गई। ऐसे में माता-पिता की जिम्मेदारी निभाते हुए अपने भाई की शादी और अंत में गीता अधिकारी खुद अकेली रह गईं। ऐसे में उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष मेजर बीएस रौतेला गौरव सैनानी की पुत्री के लिए मसीहा बनकर सामने आए। मेजर रौतेला के प्रयासों से अविवाहित गीता को पारिवारिक पेंशन स्वीकृत हो गई है।

मेजर बीएस रौतेला के अनुसार, काठगोदाम निवासी राम सिंह नौसेना से 1999 में सेवानिवृत हुए। थे। उनके दो बेटे और एक बेटी है। 2011 में उनकी मृत्यु हो गई। अचानक परिवार के मुखिया की मृत्यु से परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। कुछ दिन बाद अचानक उनके बड़े बेटे की भी मृत्यु हो गई, जिसका गहरा सदमा उनकी पत्नी सहन नहीं कर सकी और बीमार रहने लगी। ऐसे हालत में उन्हें सदैव देखभाल करने वाले की आवश्यकता थी। बेटे और बेटी की शादी भी नहीं की थी, अब उनकी देखभाल करने के लिए किसी की अति आवश्यकता थी।
इस पर यह जिम्मेदारी उनकी बेटी गीता अधिकारी ने ली। उन्होंने अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़ दीं और मां की सेवा में लग गई। इस बीच उनकी मां कई बार गीता की शादी के बारे में भी चिंतित रहती थी, लेकिन गीता ने कहा कि जिस मां ने जन्म दिया है उससे बढ़कर संसार में कोई नहीं हो सकता है अतः आप मेरी नौकरी और शादी के बारे मे चिंतित ना हों। बीते साल गीता की मां भी इस संसार से चल बसी। अब गीता का जीवन और भी एकाकी हो गया। भाई की शादी करना भी उसी की जिम्मेदारी हो गई लेकिन गीता ने एक संरक्षक की भूमिका बखूबी निभाई और भाई की शादी भी कर दीं।
अब गीता ने अपनी पेंशन के लिए आवेदन करना चाहा तो किसी पूर्व सैनिक ने उन्हें उत्तराखंड पूर्व सैनिक लीग नैनीताल का पता और अध्यक्ष मेजर बीएस रौतेला का मोबाइल नंबर दिया। जिसके बाद गीता अपनी फरियाद लेकर लीग कार्यालय पहुंची। यहां से सभी औपचारिकता पूरी कर सभी प्रपत्र तैयार कर भिजवाए गए। मंगलवार को गीता अपना पीपीओ लेकर लीग कार्यालय पहुंची। उन्होंने लीग का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि लीग में आकर मेजर रौतेला का व्यवहार ऐसा लगा जैसा एक पिता का पुत्री के साथ होता है। उन्होंने लीग का आभार प्रकट किया और कहा कि मेजर बीएस रौतेला के प्रयास पर उनकी पारिवारिक पेंशन स्वीकृत हुई है।
