क्या Lulu Mall में नमाज पढ़ने वाले लोग हिंदू थे … UP पुलिस ने दिया जवाब

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने लुलु मॉल (लखनऊ) में नमाज़ पढ़ने वाले लोगों के हिंदू होने के दावों को ‘भ्रामक’ बताया है। बकौल पुलिस, मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश पर तीन हिंदू युवकों व नमाज़ पढ़ने के प्रयास पर अरशद अली की गिरफ्तारी हुई थी लेकिन नमाज़ पढ़ने के मामले में अभी कोई …

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने लुलु मॉल (लखनऊ) में नमाज़ पढ़ने वाले लोगों के हिंदू होने के दावों को ‘भ्रामक’ बताया है। बकौल पुलिस, मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने की कोशिश पर तीन हिंदू युवकों व नमाज़ पढ़ने के प्रयास पर अरशद अली की गिरफ्तारी हुई थी लेकिन नमाज़ पढ़ने के मामले में अभी कोई आरोपी चिह्नित नहीं हो सका है।

बता दें कि 10 जुलाई को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लुलु मॉल का उद्घाटन हुआ था। स्वयं सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ओपनिंग सेरेमनी में फीता काटकर उद्घाटन किया था। इस दौरान मॉल के मालिक यूसुफ अली भी मौजूद थे। उद्घाटन के 3 दिन बाद यानी 13 जुलाई को मॉल में नमाज़ पढ़े जाने का एक वीडियो जमकर वायरल हुआ। वीडियो सामने आने के बाद दक्षिणपंथी संगठनों की तरफ से विरोध प्रदर्शन हुआ। इसके बाद पुलिस ने मामले में जांच की बात कही थी। अब सोशल मीडिया पर नमाज़ पढ़े जाने की घटना से जुड़ा दावा वायरल हो रहा है। दावा है कि लुलु मॉल में हिन्दू युवकों ने नमाज़ पढ़ी थी और उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

15 जुलाई को DCP South Lucknow के ट्विटर अकाउंट से घटना के बारे में ट्वीट भी किया गया था। इस ट्वीट में सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और अरशद अली को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजने की बात कही गई है। चारों पर धारा-144 के उल्लंघन का आरोप है। यहां गौर करने वाली बात है कि यही वो ट्वीट है, जिसके आधार पर वायरल वीडियो में दिख रहे नमाज़ियों की गिरफ्तारी का दावा किया जा रहा है। इसके अलावा लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने ट्विटर के जरिए वायरल दावे का खंडन कर इसे भ्रामक खबर बताया है।

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