बोलती तस्वीरें: मातृत्व की नई गाथा, जेल में बंद पिता को बेटी ने कराया स्तनपान, भावुक हुआ राजा, दूर की बंदिशों की बाधा

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तस्वीर देखते ही मन में भांति-भांति के विचारों ने जन्म ले लिया। ऐसा होना भी चाहिए, मन में उत्सुकता भी है कि आखिर इस तस्वीर में ये महिला और आदमी कौन हैं? आखिर क्यों यह महिला इस आदमी को स्तनपान करा रही है। ये आदमी इस महिला का कौन लगता है? इसके हाथ में यह …

तस्वीर देखते ही मन में भांति-भांति के विचारों ने जन्म ले लिया। ऐसा होना भी चाहिए, मन में उत्सुकता भी है कि आखिर इस तस्वीर में ये महिला और आदमी कौन हैं? आखिर क्यों यह महिला इस आदमी को स्तनपान करा रही है। ये आदमी इस महिला का कौन लगता है? इसके हाथ में यह बच्चा कौन है? चलिए इस उत्कंठा को शांत किया जाए।

दरअसल, यह एक पेंटिंग है। जिसको यूरोप के मशहूर चित्रकार ‘बारतोलोमिओ एस्तेबन मुरिलो (Bartolomé Esteban Murillo)’ ने बनाया है। यह दुनिया की सबसे महंगी और खूबसूरत पेंटिंग में से एक है। इस पेटिंग में नारी के एक सुंदर रूप का बखान किया गया। वैसे तो नारी के बारे में जितना लिखा जाए उतना कम है। वो शब्द ही नहीं हैं जो नारी की महानता को व्यक्त कर सकें। नारी का हर रूप देवी के समान है।

यूरोप में एक बार एक आदमी को रोटी चुराने के लिए उम्र भर भूखे रहने की सजा सुनाई गई। जिसके बाद उसे कड़ी सुरक्षा के बीच जेल में कैद कर दिया गया। सिपाहियों को सख्त नजर रखने के आदेश दिए गए। साथ ही कहा गया कि जब तक इसकी मौत न हो जाए तब तक इसे जेल से न निकाला जाए। सिपाही कैदी की मौत का इंतजार करने लगे।

लेकिन उस आदमी की एक बेटी थी जोकि अपने पिता से बहुत प्यार करती थी। जब बेटी को इस बात की भनक लगी कि उसके पिता को रोटी चोरी करने के इल्जाम में भूखे रहने की सजा सुनाई गई है तो उसने राजा से अपने पिता से मिलने का निवेदन किया। जिस पर उसे मिलने के आदेश दे दिए गए। जब वह अपने पिता से मिलने जाती थी तो उसकी पूरी तलाशी ली जाती थी कि कहीं उसके पास कुछ खाने का सामान तो नहीं है।

वह हर रोज दिन में एक बार अपने पिता से मिलने जाती थी लेकिन पिता को भूख से तड़पता देख उसकी आंख भर आती थी। आदमी भी अपनी मौत का इंतजार कर रहा था। फिर एक दिन बेटी ने पिता को स्तनपान कराने का फैसला लिया। अब वह रोज जाकर अपने पिता को पेटभर स्तनपान कराती थी। इस बात की भनक किसी को नहीं थी।

जब कई दिन बाद भी उस आदमी की मौत नहीं हुई तो सिपाही अचंभित हो गए। सिपाहियों को उसकी बेटी पर शक हुआ और उन्होंने उस पर नजर रखना शुरू कर दी। फिर एक दिन सिपाहियों ने बेटी को स्तनपान कराते हुए पकड़ लिया। जिसके बाद दोनों पर कई वर्षों मुकदमा चला। कई सुनवाई के बाद दोनों को राजा के सामने पेश किया गया। फिर, राजा ने कानून से हटकर एक भावात्मक फैसला लिया और दोनों को सभी इल्जामों से बरी कर दिया।

बस…बेटी और पिता के इसी रिश्ते को यूरोप के मशहूर पेंटर ‘बारतोलोमिओ एस्तेबन मुरिलो’ ने इसे एक पेंटिंग का रूप दे दिया। जिसे यूरोप ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में चाहा गया। यहां तक कि यह आज तक की सबसे महंगी पेंटिंग में से भी एक है।

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