Moradabad: श्रद्धा भाव से निकली शोभायात्रा, गूंजा एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा
मुरादाबाद, अमृत विचार। महानगर में एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा दिव्य मंत्र के दृष्टा, ऋषि सत्पुरूष बाबा फुलसंदे वालों की शोभायात्रा श्रद्धा, भक्ति और अनुशासन के साथ निकाली गई। शोभायात्रा में आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा कि पूरा नगर आध्यात्मिक वातावरण में सराबोर हो गया।
शोभायात्रा से पहले बाबा फुलसंदे वाले पारकर इंटर कॉलेज रोड पहुंचे, जहां उन्होंने सभी झांकियों का अवलोकन किया। झांकियों में विराजमान देवगणों और ऋषियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इसके बाद वह अपने रथ पर विराजमान हुए। उन्हें मुकुट पहनाया, चादर ओढ़ाकर सम्मानित किया और आरती कर शोभायात्रा के संचालन की अनुमति मांगी गई। शोभायात्रा का आरंभ पारकर इंटर कॉलेज रोड से हुआ। सबसे आगे धर्मध्वज और राष्ट्रीय ध्वज के साथ रामऔतार गंगवार और वीर सिंह चल रहे थे। उनके बाद अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित थी, जिसके पास श्रद्धालु पारब्रह्म परमेश्वर के दिव्य मंत्र एक तू सच्चा तेरा नाम सच्चा का सुमरन करते हुए प्रसाद वितरण कर रहे थे। भारत माता, भगवान गणेश, कुमार कार्तिकेय, महर्षि वाल्मीकि, यमराज व ब्रह्मा, विष्णु और महेश की आकर्षक झांकियों ने सभी का मन मोह लिया।
सभी झांकियों के साथ सफेद वस्त्रों में माताएं, बहनें एवं पुरुष श्रद्धालु पंक्तिबद्ध होकर चल रहे थे और सच्चे मोती की माला से दिव्य मंत्र का जाप कर रहे थे। डीजे पर मंत्र का संगीतमय जाप वातावरण को भक्तिमय बना रहा। शोभायात्रा के सबसे पीछे बाबा फुलसंदे वालों का रथ चल रहा था, जिस पर वे स्वयं सुमरन करते हुए श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दे रहे थे। यह शोभायात्रा पारकर इंटर कॉलेज रोड से शुरू होकर रेलवे स्टेशन रोड, इंपीरियल तिराहा, बुद्ध बाजार, जीएमडी रोड, ताड़ीखाना रोड, गुरहट्टी चौराहा, जेल रोड होते हुए कंपनी बाग पहुंचकर संपन्न हुई। मार्ग में जगह-जगह आम लोगों, व्यापारियों एवं दुकानदारों द्वारा बाबा फुलसंदे वालों का स्वागत किया गया व जलपान की भी व्यवस्था की गई।
समापन स्थल पर साध संगत एवं धर्मप्रेमियों ने आशीर्वाद एवं प्रसाद प्राप्त किया। शोभायात्रा पुलिस प्रशासन के सहयोग से पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। धर्मार्थ समिति की अध्यक्षा डॉ. रंजना सिंह और मीडिया प्रभारी सुंदर सिंह ने बताया कि सत्पुरूष बाबा फुलसंदे वालों का सत्संग 22, 23 एवं 24 दिसंबर खुशहालपुर स्थित रॉयल विला बैंक्वेट हॉल में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने नगरवासियों से अपील की कि वे दोपहर 2 बजे पहुंचकर त्रिदिवसीय सत्संग में हिस्सा लें, अमृतमयी वचनों का श्रवण कर आत्मिक शांति प्राप्त करें और धर्मलाभ उठाएं।
