Bareilly: जनगणना से पहले अगले साल शुरू होगी मकानों की गणना

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
On

बरेली, अमृत विचार। केंद्र सरकार ने करीब 16 साल बाद 2027 में जनगणना कराना प्रस्तावित किया है। दो चरण में होने वाली जनगणना के पहले चरण में मकानों की गणना कराई जाएगी। मकानों की गणना अगले साल मई-जून माह में शुरू होगी। इसमें एक-एक मोहल्ला, गांव और शहरों के कच्चे-पक्के मकानों की गणना होगी। जनगणना के दोनों महत्वपूर्ण कार्य शुरू होने से पहले पूर्व परीक्षण के अंतर्गत विभिन्न कार्य कराए जा रहे हैं, जिन्हें 31 दिसंबर तक पूरा करने के निदेशक एवं मुख्य प्रधान जनगणना संगणना अधिकारी शीतल वर्मा ने निर्देश जारी किए हैं।

बरेली मंडल सहित सभी जनपदों के डीएम को निर्देश दिए गए हैं कि जनगणना-2027 की पूर्व तैयारियां कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। सभी डीएम को बताया है कि जनगणना वर्ष 2026 एवं 2027 में दो चरणों में होगी। प्रथम चरण में मकान सूचीकरण एवं मकानों की गणना (मई-जून 2026) होगी। द्वितीय चरण में जनसंख्या गणना (फरवरी 2027) में शुरू कराई जाएगी। जनगणना पूरी तरह डिजिटल रूप में सम्पन्न होगी। जिसमें स्व-गणना का भी प्रावधान होगा। जनगणना के द्वितीय चरण में प्रत्येक व्यक्ति के जाति संबंधी आंकड़े भी एकत्र किये जाएंगे।

इन शहरों ने प्री टेस्ट पूरा करने में बाजी मारी
निदेशक एवं मुख्य प्रधान जनगणना संगणना अधिकारी शीतल वर्मा की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि जनगणना 2027 के पूर्व-परीक्षण का कार्य 30 नवंबर तक तहसील अनूपशहर (जिला बुलंदशहर), तहसील मिहीपुरवा (मोतीपुर) (जिला बहराइच) के चयनित ग्रामों, प्रयागराज नगर निगम के चयनित वार्डों में सफलतापूर्वक सम्पन्न कराया जा चुका है।

31 दिसंबर के बाद क्षेत्राधिकार परिवर्तन नहीं करा सकेंगे
जनगणना 2027 को शुरू कराने से पहले समस्त प्रशासनिक इकाइयों, जनपद, तहसील, राजस्व ग्राम, नगर निगम और नगर पालिकाओं की सीमाओं को 31 दिसंबर की स्थिति में अंतिम रूप दिया जाना है। 1 जनवरी, 2026 से 31 मार्च, 2027 तक इन सीमाओं में कोई भी परिवर्तन नहीं किया जा सकेगा। सभी डीएम को निर्देश हैं कि जनगणना-2011 के बाद जिला अंतर्गत तहसील, ब्लाक, ग्राम, नगर एवं वार्ड स्तर पर समस्त क्षेत्राधिकार परिवर्तन को अंतिम रूप देते हुए सभी जानकारी संकलित एवं सत्यापित कर निर्धारित प्रपत्रों में प्रस्तुत करें।
ग्राम व नगर रजिस्टर एवं मानचित्रों का पुन: होगा सत्यापन होगा

नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में बिना दोहराव के जनगणना कार्य कराने के लिए ग्राम एवं नगर रजिस्टर त्रुटि-रहित बनाए जाने हैं। ग्राम रजिस्टर में सभी आबाद, गैर आबाद ग्राम और उनके मजरों-टोलों एवं नगर रजिस्टर में सभी नगर, उनके वार्ड संबंधित मोहल्लों व कॉलोनियों को शामिल किया जाना है। सभी जिलों से जो रिपोर्ट लखनऊ के जनगणना निदेशालय भेजी गई थी, उसके आधार पर ग्राम व नगर रजिस्टर एवं तहसील मानचित्र सत्यापन के लिए पुनः भेजे गए हैं। तहसीलदार व नगरीय स्थानीय निकाय के ईओ मानचित्रों एवं सूचियों का सत्यापन कर निदेशालय को उपलब्ध कराएंगे। मानचित्र एवं ग्राम व नगर रजिस्टर के सत्यापन का कार्य एसडीएम के पर्यवेक्षण में होगा। इन्हीं के आधार पर जनगणना का क्षेत्रीय कार्य सम्पन्न होगा।
जिला मुख्यालय पर बनेगा जनगणना सेल

जनगणना कार्य समय पर पूरा कराने के लिए जनगणना कार्य निदेशालय से समन्वय और विभिन्न प्रकरणों के त्वरित निस्तारण को सुनिश्चित करने के लिए एडीएम फाइनेंस के अधीन जिला मुख्यालय में जनगणना सेल गठित होगी। इसमें दो ऐसे तकनीकी दक्ष कर्मी तैनात किए जाएंगे, जो जनगणना कार्य करने के लिए कंप्यूटर, मोबाइल के उपयोग में निपुण हों। एसडीएम के अधीन भी जनगणना सेल गठित होगी।

संबंधित समाचार