लखनऊ : 2000 रोल मॉडल बनाएंगे उत्तर प्रदेश की ग्राम पंचायतों को सशक्त और आत्मनिर्भर
राज्य ब्यूरो, लखनऊ, अमृत विचार : नववर्ष में 2000 रोल मॉडल उत्तर प्रदेश की ग्राम पंचायतों सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में जुट जाएंगे। जनवरी तक राज्य तमाम जिलों से चुने गए इन रोल मॉडल्स को एक्सपोज़र विज़िट कराने जा रही है ताकि वे पंचायतों का सफल काम समझें। साथ ही ग्रामीण विकास को नई दिशा देने को सीख, अनुभव और बदलाव का गुर जानें।
राज्य सरकार का लक्ष्य आंतरिक एक्सपोज़र विज़िट से हर पंचायत को आत्मनिर्भर मॉडल बनाने का है। फिलहाल रामपुर, श्रावस्ती, ललितपुर और अमेठी समेत कई जिलों में यह बैचवार एक्सपोज़र विज़िट चल रही है।
इस पहल का खास उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में किए जा रहे नवीन, उत्कृष्ट और व्यवहारिक विकास कार्यों को सामने से दिखाकर अन्य ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहित करना है, ताकि वे स्वयं को भी एक्सपर्ट्स के साथ रोल मॉडल के रूप में विकसित कर सकें। इस दौरान भावी एक्सपर्ट प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, बायोगैस यूनिट, वर्मी कम्पोस्टिंग, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, जल प्रबंधन, कॉमन सर्विस सेंटर संचालन और स्वयं के स्रोत से राजस्व बनाने के सफल मॉडलों की ज़मीनी बारीकियां देख और समझ सकें।
दरअसल, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत पंचायत प्रतिनिधियों और कर्मियों के लिए एक्सपोज़र विज़िट प्रोग्राम उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पंचायती राज विभाग द्वारा आयोजित किया जा रहा है। रामपुर, श्रावस्ती, ललितपुर और अमेठी समेत कई जिलों में यह बैचवार विजिट चल रही है। इस दौरान लगभग 2000 प्रतिभागी यानि भविष्य के एक्सपर्ट नवंबर से जनवरी की अवधि में एक्सपोजर विजिट में भाग ले रहे हैं।
हमारा लक्ष्य है कि हर पंचायत सशक्त हो, संसाधन पैदा करे और आत्मनिर्भर मॉडल के रूप में विकसित हों, जो एक्सपर्ट लौट रहे हैं या उसमें शामिल हो रहे हैं। वे अपने क्षेत्रों में विकास की नई सोच और ऊर्जा लेकर जा रहे है।
- ओमप्रकाश राजभर, पंचायती राज मंत्री
क्रॉस-लर्निंग मॉडल से पंचायतें एक-दूसरे के अनुभवों से सीख कर तेज़ी से विकास कर सकती हैं। यह एक्सपोज़र विजिट ग्रामीण शासन और सेवा वितरण की गुणवत्ता को नई ऊंचाई देगा।
- अमित कुमार सिंह, निदेशक पंचायती राज
