नैनीताल: 300 करोड़ रुपये से होगा बलियानाला ट्रीटमेंट

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नैनीताल, अमृत विचार। बलियानाला क्षेत्र में मंगलवार देर रात को हुए भूस्खलन के बाद हरिनगर क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर खतरा मंडराने लगा है, जिसके बाद अब प्रभावितों के विस्थापन को लेकर जिला प्रशासन गंभीर हो चुका है। शुक्रवार को डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि बलियानाला के ट्रीटमेंट के लिए 300 करोड़ रुपये …

नैनीताल, अमृत विचार। बलियानाला क्षेत्र में मंगलवार देर रात को हुए भूस्खलन के बाद हरिनगर क्षेत्र में रहने वाले लोगों पर खतरा मंडराने लगा है, जिसके बाद अब प्रभावितों के विस्थापन को लेकर जिला प्रशासन गंभीर हो चुका है।

शुक्रवार को डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि बलियानाला के ट्रीटमेंट के लिए 300 करोड़ रुपये की योजना तैयार की जा रही है और डीपीआर फाइनल स्टेज पर पहुंच चुकी है।

200 करोड़ रुपये की लागत से बलियानाला का ट्रीटमेंट होगा। इसके साथ ही 100 करोड़ रुपये से रूसी बाईपास में प्रभावितों का विस्थापन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर रूसी बाईपास में विस्थापन के लिए जगह कम पड़ती है तो अन्य स्थानों की तलाश कर प्रभावितों को विस्थापित किया जाएगा।

बता दें कि प्रशासन ने हरिनगर क्षेत्र से पूर्व में 92 परिवारों को दुर्गापुर में विस्थापित किया है तथा 55 परिवारों को अभी विस्थापित किया जाना है।

किराए को लेकर नहीं बन पा रही बात
बलियानाला क्षेत्र से विस्थापित होने वाले परिवारों का कहना है कि प्रशासन की ओर से उन्हें विस्थापन के लिए तो कह दिया गया, लेकिन छह महीने तक के लिए उन्हें चार हजार रुपये प्रतिमाह देने के लिए कहा गया है। नैनीताल जैसे महंगे शहर के लिए इतना किराया काफी नहीं है। खासकर बड़े परिवारों ने इस विषय पर चिंता जताई है।

लोगों को स्थाई रूप से विस्थापित करें
नैनीताल। बलियानाला क्षेत्र में हुए भूस्खलन की चपेट में आए हरिनगर के लोगों को स्थाई रूप से विस्थापित करने की मांग को लेकर अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जनजाति महासंघ के द्वारा जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल को ज्ञापन दिया है। शनिवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन देने पहुंचे महासंघ के लोगों का कहना है कि हरिनगर क्षेत्र में काफी लंबे समय से भूस्खलन हो रहा है। जिस वजह से प्रशासन द्वारा क्षेत्रवासियों को बरसात के दौरान अस्थाई रूप से विस्थापित किया जाता है, जिससे स्थानीय लोगों हर बरसात में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

लिहाजा सरकार द्वारा विस्तृत कार्य योजना और नीति बनाकर भूस्खलन प्रभावितों को किसी सुरक्षित स्थान पर विस्थापित किया जाएं, जिससे क्षेत्र के लोग सुरक्षित रहेंगे साथ ही बार-बार लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। लिहाजा जल्द से जल्द क्षेत्र वासियों के लिए विशेष नीति बनाकर क्षेत्र से विस्थापित किया जाए। इस दौरान महासंघ के अध्यक्ष राजेश छत्रि, मनोज कुमार भारती, नरेश पार्छे, सनी चौहान, हर्ष पुजारी, प्रशांत कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

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