Kanpur: तंग गलियों में पहुंच रोबोट बुझाएगा आग, PSIT के इन्फोरमेशन टेक्नोलॉजी विभाग ने तैयार किया Fire Fighting Robot

Amrit Vichar Network
Published By Kanpur Digital
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Kanpur News कानपुर में अब रोबोट तंग गलियों में पहुंच कर आग बुझाएगा।

Kanpur News कानपुर के पीएसआईटी के इन्फोरमेशन टेक्नोलॉजी विभाग ने फायर फाइटिंग रोबोट तैयार किया है। इसमें मुश्किल क्षेत्र में जहां इंसान नहीं पहुंच पाते थे। वहां रोबोट पहुंच कर आग बुझाएगा।

कानपुर, अमृत विचार। Kanpur News बड़े शहरों की तंग गलियों से कौन नहीं परिचित है। यह गलियां तब और तंग लगती हैं, जब आगजनि जैसी घटनाओं के दौरान अग्निशमन वाहन मौके पर नहीं पहुंच पाते हैं। कई बार आग इतनी भीषण होती है कि इंसान के लिए उस पर काबू पा लेना आसान नहीं होता है। लेकिन, रोबोट ऐसे संकट के बीच और तंग गलियों में पहुंचकर आग पर काबू पा लेगा।

पीएसआईटी में गुरुवार को विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट डिस्प्ले किए गए। कार्यक्रम का आरंभ मुख्य अतिथि उपाध्यक्ष अभिजीत सिंह, संस्थान निदेशक डॉ. एसके भल्ला और डीन मनमोहन शुक्ला ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस दौरान इन्फोरमेशन टेक्नोलॉजी विभाग के रोबोट की खासियत ने सभी को हैरान कर दिया।

दरअसल इनफोरमेशन विभाग के विद्यार्थियों ने ऐसा रोबोट तैयार किया है, जो आगजनि की ऐसी घटनाओं में बेहद मददगार साबित होगा। इसका नाम भी फायर फाइटिंग रोबोट रखा गया है। संस्थान के चेयरमैन प्रणवीर सिंह ने बताया कि जहां पर आग लगने पर इंसान का पहुंचना बहुत ही मुश्किल हो जाता है।

यह रोबोट बहुत ही कम समय में आग लगने वाले स्थान पर पहुंच सकेगा। इससे जनहानि की संभावना न के बराबर होगी। इस रोबोट को दूर बैठकर वाईफाई डिवाईस के कनेक्ट करनके उपयोग में लाया जा सकता है। उन्होंने इसको लेकर स्टूडेंट्स को बधाई भी दी।

मूक बधिर की आवाज बनेगा बीमाईआई एप

कंप्यूटर साइंस विभाग के विद्यार्थियों ने प्रोजेक्ट बीमाईआई एप तैयार किया है। इस एप की खासियत है कि यह मूक बधिर के लिए बेहद मददगार साबित होगी। यह एप उनकी आवाज बन सकेगी। बताया गया कि यह एक मोबाइल एप है। जिसमें क्यूआर टच करने पर वह स्वत: ही प्रोडक्ट की डिटेल जेसे नाम, रेट, एक्सपायरी, मेन्युफेक्चरिंग आदि की जानकारी बोलकर दे देगा।

रुकेगा भूजल प्रदूषण

उपाध्यक्ष अभिजीत सिंह ने बताया कि सिविल इंजीनियरिंग विभाग ने क्लेनाइटर मेट बनाया है। इसको कम लागत में ईको फ्रेंडली एवं काली मिट्टी का उपयोग करके बनाया है। जिससे नगर निगम के कचरे भूमि भराव और खुले डम्ससाइट के कारण भूजल प्रदूषण को रोकने के लिए यह मेट स्थानीय एवं शहरीय स्तर पर उपयोगी होगी।

यह मेट भूजल प्रदूषण को कम करती है। यह मेट कूड़े के रिसने वाली हानिकारक पदार्थों को भूजल में मिलने से रोकती है। इसके अलावा स्मार्ट फोन एप्स, वेबसाइट, जल्द खेती करने और खरपतवार को दूर करने के लिए तकनीकि प्रोजेक्ट तैयार किया। इसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग आदि विभाग के विद्यार्थियों ने भी प्रोजेक्ट तैयार किए।

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