हरदोई: कोहरे के चलते जेसीबी से टकराई स्कूल वैन, कई छात्र हुए घायल, परिजनों में हड़कंप

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

हरदोई। कोहरे के कहर के चलते स्कूली बच्चों को ले कर आ रही वैन सड़क के किनारे खड़ी जेसीबी से टक्कर लगने से वैन पर सवार छात्र और छात्राएं बुरी तरह ज़ख्मी हो गई। उनके चीखने-चिल्लाने की आवाज़ सुन कर आस-पड़ोस के लोग दौड़ पड़े।आनन-फानन में सभी को सीएचसी बावन पहुंचाया गया। जहां से ड्राइवर और कुछ बच्चों को मेडिकल कालेज के लिए रिफर किया गया है।

बताया गया है कि मंगलवार की सुबह नारायण पब्लिक स्कूल जगदीशपुर की स्कूली वैन छात्र-छात्राओ को ले कर स्कूल आ रही थी। इसी बीच न्यौरादेव के पास चल रहे सड़क निर्माण में लगी जेसीबी खड़ी थी। कोहरे की धुंध के चलते वैन ड्राइवर प्रवीण को जेसीबी नहीं दिखाई दी और स्कूली वैन उसी में जा टकराई।

Image Amrit Vichar(2)

जिससे वैन ड्राइवर 25 वर्षीय प्रवीण पुत्र मटरू लाल निवासी भीखपुर थाना लोनार के अलावा कक्षा 5 का छात्र अनुभव कुमार पुत्र ओमपाल निवासी सवायजपुर,एलकेजी के छात्र रचित कुमार पुत्र अवध किशोर,कक्षा 6 की छात्रा कन्या पुत्री अनूप कुमार निवासी सवायजपुर,10 वीं की छात्रा ज्योति पुत्री अनिल कुमार निवासी नकटौरा पुलिया,9 वीं की छात्रा ऋतिका सिंह पुत्री हरिनाथ सिंह निवासी सिलवारी,10 वीं की छात्रा प्रीती पुत्री कैलाश,9 वीं की छात्रा वर्षा और कक्षा 6 का छात्र आनंद प्रताप सिंह पुत्र ओमपाल सिंह निवासी सवायजपुर ज़ख्मी हो गया।

सभी को सीएचसी बावन ले जाया गया। जहां के डाक्टरों ने वैन ड्राइवर प्रवीण के अलावा छात्र अनुभव और छात्रा ज्योति को मेडिकल कालेज के लिए रिफर कर दिया। इसका पता होते ही वहां लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस हादसे की छानबीन कर रही है।
 
स्कूल प्रबंधक और पूर्व विधायक पहुंचें
नारायण पब्लिक स्कूल के प्रबंधक और पूर्व विधायक अनिल वर्मा को जैसे ही हादसे की खबर मिली,वे तुरंत मौके पर पहुंचें। पूर्व विधायक श्री वर्मा ने हादसे के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया है कि ड्राइवर प्रवीण काफी ज़ख्मी हुआ है। जबकि बच्चे अब ठीक है। उनका सभी का पूरा इलाज कराया जा रहा है।
 
बदहवास हो कर दौड़ पड़े घर वाले
स्कूली वैन के जेसीबी से टकराने का पता होते ही वैन सवार बच्चों के घर वाले बदहवास हो गए। सवायजपुर,सिलवारी,नकटौरा और भीखपुर के लोग मौके पर पहुंचें। हादसे की चपेट में आए छात्र और छात्राओं के चेहरे पर हवाइयां उड़ रहीं थीं। अपने घर वालों को देखते ही वह उनसे लिपट कर रो पड़े।

संबंधित समाचार