लखनऊ : एनएचएम मुख्यालय पर  हेल्थ ऑपरेटरों का प्रदर्शन

जिले में तैनाती की मांग को लेकर पुलिस के बीच हुई झड़प, कई ऑपरेटर गिरफ्तार

लखनऊ : एनएचएम मुख्यालय पर  हेल्थ ऑपरेटरों का प्रदर्शन

अमृत विचार, लखनऊ।  राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत हेल्थ ऑपरेटर पद पर भर्ती अभ्यर्थियों ने सोमवार को एनएचएम मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। पुलिस और अभ्यर्थियों में झड़प भी हुई इस दौरान कई अभ्यर्थी गिरफ्तार भी किए गए। अभ्यर्थियों का कहना है की उनका चयन CHO-5505 भर्ती में हुआ। बीते 12 नवंबर  को लिस्ट जारी की गई। जिसमें CHO 5505 भर्ती के तहत 5494 CHO को चुना गया एवं 14 नवंबर  से 24 नवंबर 2022 तक दस्तावेज सत्यापन का निर्देश दिया गया।

जिसमें सरकार द्वारा प्रतिदिन 7 से 8 मेल अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन के लिए भेजी जाती थी। घर के नजदीकी प्रशिक्षण संस्थान को देखते हुए सभी अभ्यर्थी अपने अपने दस्तावेज सत्यापन के लिए जा पहुंचे 3 दिसंबर  को वेटिंग लिस्ट जारी की गई। निर्देशों के अनुसार, ट्रेनिंग 4 महीनों में सम्पन्न होनी थी जिसमे सरकार द्वारा प्रतिमाह 10,0005 वेतन देने का निर्देश दिया गया था।

 दस्तावेज़ सत्यापन के साथ ही 2,50,000 का स्योरेटी बॉड भराया गया 1 महीने की ट्रेनिंग के पश्चात, -23 दिसंबर 2022 को दूसरी लिस्ट जारी की गई जिसमें जिलों का पुनः आवंटन किया गया एवं निर्देश जारी किए गए कि शेष ट्रैनिंग दिए गए जिलों में सम्पन्न होगी। लिस्ट में जारी किए गए निर्देशों में यह भी बताया गया कि लिस्ट मेरिट सूची के आधार पर जारी की गई है। लेकिन कुछ वेटिंग लिस्ट में भर्ती हुए अभ्यर्थियों को एवं जिन्हें जिले भरने का विकल्प दिया गया उन्हें भी होम डिस्ट्रिक्ट प्राप्त कराए गए।

 शुरुआत में फॉर्म भरते समय जिले को चुनने का विकल्प नहीं दिया गया लेकिन फॉर्म की अंतिम तिथि से पहले जिलों को चुनने का विकल्प दिया गया जिसके कारण कुछ अभ्यर्थी वांछित रह गए. क्योंकि इसकी सूचना अभ्यर्थियों को प्राप्त नहीं हुई। पुनः जिलों के आवंटन के बाद सभी अभ्यर्थी मानसिक रूप से तनाव में हैं क्योंकि प्राप्त हुए जिले घर से 800 से 1000 किमी की दूरी पर है।

सभी महिलाओं के साथ समस्याएं भी है, कोई महिला गर्भ से हैं, किसी का बच्चा छोटा है एवं कुछ महिलाओं के माता पिता और ससुराल वाले समाज में हो रहे लड़कियों के साथ अत्याचारों को देखते हुए इतनी दूर जानें की अनुमति नहीं दे रहे हैं। कोई विकलांग हैं तो किसी के माता पिता बीमार हैं, ऐसी स्थिति में उन्हें जिले के हिसाब से तैनाती दी जाए।

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