K Viswanath Passes Away : साउथ इंडस्ट्री के दिग्गज फिल्ममेकर के. विश्वनाथ का 92 वर्ष की उम्र में निधन, दादा साहब फाल्के पुरस्कार से थे सम्मानित
हैदराबाद। साउथ इंडस्ट्री के दिग्गज फिल्ममेकर 92-वर्षीय के. विश्वनाथ का गुरुवार रात निधन हो गया। बकौल रिपोर्ट्स, उनका हैदराबाद स्थित निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उन्हें पद्मश्री (1992) व दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड (2016) से सम्मानित किया गया था। अभिनेता अनिल कपूर ने कहा, ईश्वर' में विश्वनाथ के साथ सेट पर होना मंदिर में होने के समान होता था।
K. Vishwanath Ji you taught me so much, being on set with you during Eeshwar was like being in a temple…
— Anil Kapoor (@AnilKapoor) February 2, 2023
RIP My Guru 🙏 pic.twitter.com/vmqfhbZORx
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मशहूर फिल्मकार कसीनथुनी विश्वनाथ का हैदराबाद में एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। सूत्रों ने बताया कि विश्वनाथ काफी समय से बीमार थे, उन्हें उम्र संबंधी पेरशानियां थीं। गुरुवार देर रात उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। कलातपस्वी के नाम से मशहूर विश्वनाथ का जन्म फरवरी 1930 में आंध्र प्रदेश में हुआ था। तेलुगु सिनेमा के अलावा तमिल और हिंदी फिल्मों में भी उन्होंने काफी लोकप्रियता हासिल की।
విశ్వనాథ్గారి మరణం తీవ్రవిచారానికి గురిచేసింది. తెలుగు సంస్కృతికి, భారతీయ కళలకు నిలువుటద్దం విశ్వనాథ్గారు. ఆయన దర్శకత్వంలో రూపుదిద్దుకున్న చిత్రాలు తెలుగు సినీరంగానికి అసమాన గౌరవాన్ని తెచ్చాయి. తెలుగువారి గుండెల్లో కళాతపస్విగా శాశ్వతంగా నిలిచిపోతారు.#KVishwanath pic.twitter.com/XKAq2E68yn
— YS Jagan Mohan Reddy (@ysjagan) February 2, 2023
वह दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किए गए 48वें शख्स थे। भारतीय सिनेमा में इस पुरस्कार को सर्वोच्च सम्मान माना जाता है। उन्हें 2016 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया गया था। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी, पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने विश्वनाथ के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
Deeply grieved to hear of the demise of renowned film director, Sri K. Viswanath. As a film-maker he brought depth & dignity to the medium earning global recognition for his movies with a message. May his atma attain sadgati! Om shanti! pic.twitter.com/snX4RVsIVJ
— M Venkaiah Naidu (@MVenkaiahNaidu) February 3, 2023
बतौर साउंड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत करने वाले विश्वनाथ ने शंकराभरणम, सागर संगमम, स्वाति मुत्यम, सप्तपदी, कामचोर, संजोग और जाग उठा इंसान जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया जिन्होंने कई पुरस्कार भी अपने नाम किए। अपने शानदार करियर में उन्हें 1992 में पद्म श्री, पांच बार राष्ट्रीय पुरस्कार, 20 नंदी पुरस्कार (आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा दिए जाने वाला पुरस्कार) और लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित 10 फिल्मफेयर भी मिले। विश्वनाथ ने 1965 से लेकर करीब 50 फिल्में बनाईं। तेलुगु फिल्म उद्योग के एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता होने के साथ ही उन्होंने तमिल और हिंदी सिनेमा के लिए भी काम किया।
मोदी ने शोक जताया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को प्रसिद्ध फिल्मकार के विश्वनाथ के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ सिनेमा जगत के एक ऐसे दिग्गज थे, जिन्होंने खुद को रचनात्मक और बहुमुखी निर्देशक के रूप में स्थापित किया। दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित के विश्वनाथ को कलातपस्वी के नाम से जाना जाता था।
Saddened by the passing away of Shri K. Viswanath Garu. He was a stalwart of the cinema world, distinguishing himself as a creative and multifaceted director. His films covered various genres and enthralled audiences for decades. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 3, 2023
उनका हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में बृहस्पतिवार रात निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, के विश्वनाथ के निधन से दुखी हूं। वह सिनेमा जगत के दिग्गज थे, जो खुद को एक रचनात्मक और बहुमुखी निर्देशक के रूप में अलग करते थे। उनकी फिल्मों ने विभिन्न शैलियों को कवर किया और दशकों तक दर्शकों को रोमांचित किया। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।
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