बरेली: तुलाशेरपुर और सेटेलाइट तिराहे पर बनेंगे इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन
फाइल फोटो
बरेली, अमृत विचार। कई जगहों के नालों का गंदा पानी शोधित कर उसे उपयोग में लाने के लिए हरुनगला में सीवेज ट्रीटमेंट प्लान (एसटीपी) बनाया जा रहा है। इसके लिए जल निगम पानी की पाइप लाइन डाल रहा है। वहीं, निचले स्थानों से पानी निकालने को शहर में दो इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन (आईपीएस) तुलाशेरपुर और सेटेलाइट तिराहे पर बनाए जाएंगे। इसके लिए अलग से पाइप लाइन डाली जाएगी। इस पर जल्द काम शुरू होगा।
नमामि गंगे परियोजना के तहत हरुनगला में लगाए जा रहे 42 एमएलडी के एसटीपी पर पीलीभीत रोड के दर्जन भर नालों का गंदा पानी पहुंचाने की योजना है। एसटीपी से पानी शोधित होकर नकटिया नदी में गिरेगा। एसटीपी तक नालों का पानी पहुंचाने के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम पिछले दिनों जल निगम ने शुरू कर दिया था।
इसकी शुरुआत धौरेरा माफी से की गई। इंजीनियरों के मुताबिक जहां ढलान मिल रहा, वहां से सीधे पाइप से ही पानी को निकालने की तैयारी है। वहीं, निचले स्थान से पानी निकालने को आइपीएस बनाए जाएंगे। इसको लेकर शनिवार को जल निगम (ग्रामीण) के मुख्य अभियंता अरुण कुमार सिंह ने निरीक्षण किया।
इस दौरान बताया कि धौरेरा माफी से शुरू हो रही पाइप लाइन महानगर के सामने से तुलाशेरपुर होते हुए डोहरा रोड के मोड़ तक आएगी। वहां से पाइप लाइन को डोहरा रोड को निकाला जाएगा। यह करीब छह से सात मीटर गहरी होगी। वहां से सुपर सिटी, सनराइज कालोनी होते हुए हरुनगला की ओर जाएगी। इस लाइन को डालने के लिए गहरी खोदाई शुरू दी गई है। पाइप लाइन डालने के लिए सेटेलाइट तिराहे तक खोदाई की जानी है। इसको लेकर भी मुख्य अभियंता की ओर से परियोजना में लगे इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं।
अगस्त 2024 तक पूरी होगी परियोजना
अधिकारियों के मुताबिक नमामि गंगे परियोजना 233.72 करोड़ की है। इसके तहत इनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड को शहर में सीवर लाइन बिछाने का काम सौंपा गया है। करीब 18 किलोमीटर लाइन है। परियोजना को 31 अगस्त 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। अब तक 48 फीसदी काम पूरा हो चुका है। इसमें चौबारी में 20 एमएलडी और नैनीताल रोड पर गिरधारीपुर में एक एमएलडी का एसटीपी बनेगा।
सुभाषनगर का गंदा पानी चौबारी में होगा शोधित
शहर के तमाम मोहल्लों से निकलने वाला पानी नालों के जरिए सुभाषनगर की ओर पहुंचता है। सुभाषनगर पुलिया पर तीन नाले मिलकर राजीव कालोनी से आगे निकलते हैं। बदायूं रोड के नाले का पानी भी करगैना होते हुए चौबारी पहुंचता है। इस तरह कई नालों का पानी चौबारी पर 20 एमएलडी के एसटीपी से शोधित होकर रामगंगा नदी में गिरेगा। ग्राम ततारपुर में बनने वाले एसटीपी में देवरनियां नदी में प्रवाहित होने वाले एयरफोर्स नाले के पानी को पहले ही शोधित कर लिया जाएगा।
तुलाशेरपुर और सेटेलाइट तिराहे पर इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन लगने हैं। इसमें तुलाशेरपुर में काम शुरू करा दिया गया है---कुमुकुम गंगवार, एक्सईएन (ग्रामीण) जल निगम।
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