केरल के स्कूलों में छात्राओं को दिए जाएंगे मेन्स्ट्रूअल कप: मंत्री एम. एस. जे. चिनचुरानी

केरल के स्कूलों में छात्राओं को दिए जाएंगे मेन्स्ट्रूअल कप: मंत्री एम. एस. जे. चिनचुरानी

कोल्लम। केरल के पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री एम. एस. जे. चिनचुरानी ने शनिवार को कहा कि सरकार राज्य भर के सरकारी विद्यालयों में मासिक धर्म के दौरान इस्तेमाल किये जाने वाले मेन्स्ट्रूअल कप (एम-कप) वितरण की परियोजना लागू करेगी, जिसके लिए करीब 10 करोड़ रुपये की राशि निश्चित की गयी है।

केरल फीड्स लिमिटेड (केएफएल) ने केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड (एचएलएल) के सहयोग से 2021-2022 के लिए अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के हिस्से के रूप में यह योजना शुरू की है। मंत्री ने शुक्रवार को कोल्लम के कडक्कल में स्थित जीएचएसएस पर राज्य के स्वामित्व वाली केरल फीड्स लिमिटेड (केएफएल) द्वारा शुरू की गई 'सुरक्षित' योजना के राज्य स्तरीय उद्घाटन के दौरान इस परियोजना के बारे में जानकारी दी। 

इस योजना का उद्देश्य 13-से-17 आयु वर्ग (कक्षा 08-12) की सरकारी स्कूल की छात्राओं को स्वच्छता को लेकर जागरूक करना है और साथ ही एम-कप का उपयोग करने को लेकर बढ़ावा देना है। इस योजना से सरकारी विद्यालयों की करीब 15 हजार छात्राओं को लाभ होगा। चिनचुरानी ने कहा कि पहले चरण में करीब 10 विधानसभा क्षेत्रों में एम-कप वितरित किए जाएंगे। सुरक्षित योजना शुरू करने के लिए केएफएल की सराहना करते हुए, मंत्री ने कहा कि इस तरह की पहल महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में आने में सक्षम बनाएगी और उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरुक भी करेगा।  चिनचुरानी ने इस मौके पर चुनिंदा विद्यालयों में छात्राओं को एम-कप भी वितरित किए।

इस समारोह की अध्यक्षता करने वाली चदयामंगलम की ब्लॉक पंचायत अध्यक्ष लतिका विद्याधरन ने केएफएल की सीएसआर पहल की सराहना की और कहा कि यह परियोजना पर्यावरण के अनुकूल है। इसके अलावा, एम-कप किशोरियों तथा महिलाओं के सामने आने वाली शारीरिक परेशानियों को भी कम करेगा। गौरतलब है कि एम-कप को मेडिकल ग्रेड सिलिकॉन से बनाया गया है, जो टिकाऊ है। रिसाव और गंध रहित एम-कप को किशोरियां और महिलाएं छह से आठ घंटे तक इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलावा, एम-कप का 10 वर्षों तक उपयोग किया जा सकता है।

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