गरमपानी: दो वर्षों से बूंद-बूंद पानी को तरस रहे ज्योग्याड़ी गांव के वासिंदे
गांव के समीप लगे हैंडपंप भी कई समय से खराब
दूर दराज से सिर पर पानी ढोना बनी मजबूरी ग्राम प्रधान ने दी ग्रामीणों को साथ लेकल तहसील मुख्यालय धरने की चेतावनी
गरमपानी, अमृत विचार। बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में पेयजल संकट सिर चढ़कर बोल रहा है। ग्राम पंचायत ज्योग्याड़ी में दो वर्षों से लगभग पंद्रह से ज्यादा परिवार बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं।
गांव के समीप लगे दो हैंडपंप भी खराब है। मजबूरी में ग्रामीणों को दूर दराज से पानी ढोना पड़ रहा है। ग्राम प्रधान शीला देवी ने भी अधिकारियों पर उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया है। चेतावनी दी है की यदि जल्द व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो ग्रामीणों को साथ लेकर तहसील मुख्यालय में धरना शुरू किया जाएगा।
बेतालघाट ब्लॉक के ज्योग्याड़ी गांव का कोई सुधलेवा नहीं है। पिछले दो वर्षों से पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने से लगभग पंद्रह से ज्यादा परिवार परेशान हैं। कई बार व्यवस्था दुरुस्त करने को अधिकारियों व नेताओं से गुहार लगाए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। ज्योग्याड़ी व फल्याड़ी क्षेत्र के समीप लगे हैंडपंप भी एक महिने से भी अधिक समय से खराब है।
पेयजल संकट से परेशान गांव के वासिंदे दूरदराज से सिर पर पानी ढोकर घर तक पहुंचाने को मजबूर हो चुके हैं। विभागीय उपेक्षा से आहत ग्रामीणों ने गहरी नाराजगी जताई है। ग्राम प्रधान शीला देवी, हरीश गिरी, बसंत सिंह, बहादुर सिंह, भुपाल सिंह ने आरोप लगाया है कि अधिकारी अड़ियल रवैया अपनाए हुए हैं जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि जल्द आपूर्ति सुचारू नहीं की गई तो तहसील कोश्या कुटोली मुख्यालय में धरना शुरु किया जाएगा।
