महंगी गाड़ियों से लेकर चार्टर्ड प्लेन तक में घूमते हैं धीरेंद्र शास्त्री, जानिए...कैसी है लाइफ स्टाइल?

महंगी गाड़ियों से लेकर चार्टर्ड प्लेन तक में घूमते हैं धीरेंद्र शास्त्री, जानिए...कैसी है लाइफ स्टाइल?

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में जन्में। अपनी चमत्कारी सिद्धियों की वजह से, जहां पूरे देश में चर्चा का विषय बने हुए हैं। वहीं मन की बात जान लेने की उनकी कला और सिद्धी ने दुनिया में उनके प्रति एक अलग तरह के आकर्षण को पैदा किया है। उनकी सिद्धी के चलते एक बड़ा जनसमुदाय उनसे जुड़ा हुआ है। इस बीच बीते दो सालों के अंदर-अंदर पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपनी सिद्धी के बूते पूरे देश के शहरों में अलग-अलग जगहों पर अपने कार्यक्रम करते रहे हैं। उनके इन कार्यक्रमों में लाखों का जनसमुदाय इकट्ठा होता रहा है।

इस बीच उनके इन कार्यक्रमों की इंस्टाग्राम, फेसबुक से लेकर सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर चर्चा रही है और करोड़ों लोगों ने उनके वीडियो को देखा है। हाल ही में बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, बिहार के पटना से कुछ दूरी पर स्थित नौबतपुर हनुमंत कथा के आयोजन में पहुंचे।

इस दौरान कथा में शामिल होने के लिए लाखों की भीड़ उमड़ी। अपने बयानों और राजनीतिक गलियारों में रसूख को लेकर चर्चा में रहे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की लाइफस्टाइल भी काफी चर्चा में रही है। पहले वेशभूषा के कारण और अब पटना में चार्टर्ड प्लेन को लेकर भी सुर्खियों में आए हैं। इसी सिलसिले में आइए जानते हैं 26 वर्षीय इस युवा कथावाचक की लाइफस्टाइल के बारे में - 

मंदिरों में जाने की 9 साल की उम्र में कर दी थी शुरुआत
धीरेंद्र शास्त्री 9 साल की उम्र में मंदिरों में जाने लगे थे। इस दौरान उन्होंने अपने दादा जी के साथ रामकथा को कहना सीखा। वहीं बात अगर धीरेंद्र शास्त्री की पढ़ाई लिखाई की करें, तो इसको लेकर इंटरनेट पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने अपने हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी की पढ़ाई गढ़ा गांव से पूरी की। इसके बाद उन्होंने बीए की डिग्री को हासिल किया। 

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छोटी उम्र से ही कथावाचन करने लगे थे 
छोटी उम्र से ही धीरेंद्र शास्त्री ने प्रवचन देने की शुरुआत कर दी थी। मान्यता कहती है कि उन पर बालाजी की असीम कृपा है, जिसके चलते उनको कई तरह की सिद्धियां प्राप्त हैं। धीरे-धीरे प्रवचनों के माध्यम से पंडित धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता देश दुनिया में बढ़ने लगी। 

मध्य प्रदेश में हुआ जन्म
पंडित धीरेंद्र शास्त्री का जन्म गढ़ा गांव, छतरपुर जिला, मध्य प्रदेश में हुआ था। उनके घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी। पंडित धीरेंद्र शास्त्री के घर में खाने पीने का भी काफी अभाव था। कच्चा मकान होने के कारण बरसात के सीजन में उनके घर की छत टपकती थी। 

बागेश्वर धाम तक का सफर
बागेश्वर धाम हनुमान जी का बहुत पुराना और प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर की देखभाल पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पिछली 3 से 4 पीढ़ियां करती आ रही हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने इस परंपरा को आगे बढ़ाने का काम किया है। आज के समय पंडित धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम में कथा वाचन करते हैं। बागेश्वर धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु अपनी समस्या को लेकर बाबा के पास पहुंचते हैं।

कितनी संपत्ति के मालिक हैं पंडित धीरेंद्र शास्त्री
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कमाई का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। अपने एक इंटरव्यू में वे बताते हैं कि उनकी संस्था किसी प्रकार का बिजनेस नहीं चलाती है। उनको करोड़ों भक्तों का प्यार मिलता है। भक्त अपनी खुशी से यहां पर दान दक्षिणा चढ़ाते हैं।

वहीं हाल ही में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार में थे। बिहार में उनका पांच दिवसीय हनुमंत कथा का कार्यक्रम था। इस दौरान उनका एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह चार्टर्ड प्लेन में नजर आ रहे हैं। ऐसे में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पास चार्टर्ड प्लेन होने का भी दावा किया जा रहा है। हालांकि, इसको लेकर अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है। वहीं पंडित धीरेंद्र शास्त्री की ख्याति इन दिनों काफी लोकप्रिय हो चुकी है। ऐसे में इनके फोलॉअर्स इनको लग्जरी कार और हेलीकॉप्टर से लेने के लिए आते हैं। 

वेशभूषा को लेकर चर्चाएं
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन काफी सादगीपूर्ण है। इनका खान-पान भी सामान्य है। इनकी वेशभूषा काफी अलग तरह की है। इनके सिर पर एक खास तरह की पगड़ी रहती है। अक्सर सोशल मीडिया पर इनके कपड़ों और पगड़ी की काफी चर्चाएं होती हैं। इनकी पगड़ी पर एक खास तरह का महाराष्ट्रियन पैटर्न दिखता है। कहा जाता है इस तरह की पगड़ी को मराठा के राजा पहनते थे। इसको पेशवाई टोपी कहा जाता है। वहीं बात अगर इनकी कार कलेक्शन की करें, तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इनके पास टोयोटा फॉर्च्यूनर, इनोवा क्रिस्टा और टाटा सफारी है।