मुरादाबाद : बस में खाद्य पदार्थ पर भिनभिना रहीं मक्खियां, परिवहन विभाग की लापरवाही से यात्रियों के स्वास्थ्य से हो रहा खिलवाड़

हानिकारक खाद्य सामग्री और पेयजल बसों में दो गुना दामों पर बिक रहे, जिम्मेदार अधिकारी अनजान बने

मुरादाबाद : बस में खाद्य पदार्थ पर भिनभिना रहीं मक्खियां, परिवहन विभाग की लापरवाही से यात्रियों के स्वास्थ्य से हो रहा खिलवाड़

मुरादाबाद, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के सारे नियमों को ताक पर रखकर मुरादाबाद डिपो परिसर में कैंटीन संचालक मनमानी कर रहे हैं। वे नकली कोल्ड ड्रिंक और पानी की बोतल के साथ अनुबंध की शर्तों के विपरीत खुलेआम खाद्य सामग्री बेच रहे हैं। खुले में रखी खाद्य सामग्री पर भिनभिना रहीं मक्खियां यात्रियों के स्वास्थ्य लिए खतरा बनी हैं। रोडवेज की बसों में नकली पेयजल और अन्य खाने का सामान बेचने वाले वेंडरों की जिम्मेदार अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं।

सावधान.. आप अगर मुरादाबाद डिपो और पीतल नगरी डिपो से रोडवेज की बस में सफर करने जा रहे हैं तो वहां बिकने वाले खाने पीने के सामान से परहेज करें नहीं तो आप किसी गंभीर बीमारी का शिकार हो सकते हैं। मुरादाबाद डिपो के परिसर में तीन चार प्राइवेट कैंटीन स्वामियों के साथ रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक परवेज खां ने एक वर्ष के लिए अनुबंध किया है। वहीं, सरकारी कैंटीन बंद कर दी गई हैं। बुधवार को मुरादाबाद रोडवेज डिपो पर बसों में नकली कोल्ड ड्रिंक और पानी की बोतल वेंडर दोगुना दामों में बेचते मिले। वहीं, कैंटीनों पर खुलेआम नकली पानी की बोतल विभिन्न कंपनियों के नाम से बेची जा रही थी।

रोडवेज परिसर में अनुबंध में वेज बिरयानी और मूंग की दाल बेचा जाना तय हुआ था। जबकि अब छोले भटूरे, छोले चावल, खस्ता, समोसे और पेटीज बेची जा रही हैं। वहीं, पेटीज में इस्तेमाल आलू की गुणवत्ता भी खराब थी। इन पर मक्खियां भिनभिना रही थी। जिससे यात्रियों में बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ। वहीं रोडवेज के जिम्मेदार अधिकारी इससे अनजान बने हुए हैं। इस तरह पीतल नगरी डिपो के कैंटीन स्वामी ने भी अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन कर रखा है।

क्षेत्रीय प्रबंधक परवेज खां इस मामले से पल्ला झाड़ते नजर आए। उनका कहना है कि लोगों को नकली सामान के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्हे स्वयं खरीदते समय इसका ध्यान रखना चाहिए। कहा कि खाद्य सामग्री के लिए कैंटीन स्वामियों को अनुबंध के वक्त सभी बातों  के बारे में बता दिया गया है। कैंटीन में नियम विरुद्ध बिक रही खाद्य सामग्री की जांच का जिम्मा एआरएम और स्टेशन इंचार्ज का है। एमआरएम नरेश चंद गुप्ता और प्रेम सिंह की जिम्मेदारी हैं। उनसे इस संबंध में लिखित रूप में रिपोर्ट मांगी जाएगी। जल्द ही जिलाधिकारी के माध्यम से खाद्य एवं औषधि विभाग को पत्र लिखकर खाद्य सामग्री की जांच कराई जाएगी।

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