पीलीभीत: बिटिया ने लोन से बनवाया मकान, जालसाजों ने मां से करा लिया अपने नाम..जानिए पूरा मामला

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Published By Moazzam Beg
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पीलीभीत, अमृत विचार। बेटी द्वारा रहने के लिए लोन लेकर बनवाए गए मकान को जालसाजों ने मां को बहला फुसलाकर अपने नाम करा लिया। जबकि मां को बिक्री का कोई विधिक अधिकार ही नहीं था। जब इसका विरोध किया गया तो मारपीट कर धमकी दे दी गई। पहले पुलिस ने पीड़िता को अनसुना किया। अब कोर्ट के आदेश पर नामजद रिपोर्ट दर्ज की है।

दर्ज की गई रिपोर्ट में ग्राम करनपुर चक निवासी सुशीला देवी ने बताया कि उसके पिता बंधु लाल ने अपने जीवन काल में समस्त जमीन की रजिस्ट्री उसके नाम करा दी थी। मां शांति देवी बिहार की हैं। उसके पुराने मकान में मां रहती थीं। शाहजहांपुर जनपद के थाना खुदागंज क्षेत्र के ग्राम नवदिया निवासी फुफेरे भाई राजेंद्र सिंह के कहने पर मां ने पुराना मकान गांव के ही महेंद्रपाल को एक लाख रुपये में बेच दिया। उसके बाद ग्राम खनंका में जाकर मां रहने लगी थी। उस वक्त पीड़िता शाहजहांपुर के तिलहर थाना क्षेत्र के ग्राम डभौरा में थी। 

करनपुर चक में उसके रहने के लिए कोई मकान नहीं था। पीड़िता व उसके पति के पास रहने के लिए जगह नहीं थी। ऐसे में लोन से गांव के ही मीना देवी और रुपदेई से तीन बिस्वा खेत खरीदकर उसी में मकान बनाकर रहने लगी। जमीन अभी भी उक्त दोनों महिलाओं के नाम थी। आवश्यक कार्य के चलते तीन माह से दंपति वापस डभौरा जाकर रहने लगे।

इस दौरान गांव के ही झब्बूलाल ने मां को बहला फुसलाकर उसकी तरफ से मकान का बैनामा अपने नाम करा लिया। जबकि मां को उस मकान को बेचने का कोई अधिकार ही नहीं था। इसकी शिकायत उसी वक्त थाना पुलिस से लेकर एसपी तक की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई।  उसके बाद कोर्ट की शरण ली। अब कोर्ट के आदेश पर शांति देवी, झब्बूलाल, रुपराम और बहादुर के खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट, गाली गलौज और धमकाने की रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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