क्वाड अंतर-संसदीय कार्य समूह की स्थापना के लिए अमेरिकी कांग्रेस में विधेयक पेश
![क्वाड अंतर-संसदीय कार्य समूह की स्थापना के लिए अमेरिकी कांग्रेस में विधेयक पेश](https://www.amritvichar.com/media/2023-09/untitled-41.jpg)
![](https://www.amritvichar.com/media/2024-07/neha-gupta-336.jpg)
वाशिंगटन। अमेरिका के एक प्रभावशाली सांसद ने सोमवार को क्वाड के उन्नयन तथा जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ क्वाड अंतरसंसदीय कार्य समूह स्थापित करने के लिये प्रतिनिधि सभा में एक विधेयक पेश किया। क्वाड, चार देशों का एक समूह है जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। यह समूह हिंद -प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य ताकत पर लगाम लगाने के लिये एक-दूसरे के व्यावहारिक सहयोग पर ध्यान केंद्रित करता है।
सदन की विदेश मामले की एक समिति के सदस्य और सांसद ग्रेगरी मीक्स ने "स्ट्रेंथिंग द क्वाड एक्ट" पेश करने के बाद कहा, यह महत्वपूर्ण है कि हिंद .प्रशांत क्षेत्र में लोकतांत्रिक नियमों को बनाए रखने और क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचाने के लिये मिलकर काम करें। इस विधेयक का उद्देश्य क्वाड को उन्नत करना तथा जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ एक क्वाड अंतरसंसदीय कार्य समूह की स्थापना करना है।
मीक्स ने कहा, यह देखते हुए कि क्वाड को नेतृत्व स्तर तक ऊपर उठाने का बाइडेन का निर्णय सहयोग को बढ़ावा देने के लिये महत्वपूर्ण था और सभी चार देशों को यह सुनिश्चित करने के लिये काम करना चाहिए ताकि क्वाड देशों के नेताओं के शिखर सम्मेलन नियमित रूप से होते रहें। विधेयक में साझा हितों और मूल्यों पर घनिष्ठ सहयोग के लिये एक क्वाड अंतरसंसदीय कार्य समूह स्थापित करने का प्रयास किया गया है। क्वाड अंतरसंसदीय कार्य समूह के गठन से सभी मुद्दों पर क्वाड देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच जुड़ाव कायम रहेगा और सभी देशों के बीच संबंध प्रगाढ़ होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पिछले सप्ताह स्वतंत्र, खुले, समावेशी और लचीले हिंद.प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने में क्वाड समूह के महत्व पर जोर दिया। जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिये भारत गए बाइडेन ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की और एक संयुक्त बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री को 2024 में भारत की मेजबानी में होने वाले अगले क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति का इंतजार रहेगा।
ये भी पढ़ें:- रूसी विमान ए-320 की साइबेरिया के खेत में कराई आपात लैंडिंग, 167 लोग की थम गयी थीं सांसें