Kanpur: चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में बिना स्ट्रीट लाइट के पोल, टूटी पड़ीं नालियां, रात के अंधेरे में जाने से डरते

कानपुर के चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में बिना स्ट्रीट लाइट के पोल।

Kanpur: चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में बिना स्ट्रीट लाइट के पोल, टूटी पड़ीं नालियां, रात के अंधेरे में जाने से डरते

कानपुर के चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में बिना स्ट्रीट लाइट के पोल। रात के समय अंधेरे में जाने से भी श्रमिक और उद्यमी डरते हैं।

कानपुर, अमृत विचार। उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा चकेरी में स्थापित औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति बहुत ही खराब है। हालत यह है कि जब चकेरी- पाली रोड से चकेरी औद्योगिक क्षेत्र में प्रवेश करते हैं तो प्रवेश द्वार से लेकर अंदर तक सड़क किनारे लगे बिजली के पोल पर स्ट्रीट लाइटें तक नहीं लगी हैं। यहां जलभराव की समस्या है। कूड़े के उठान का भी कोई खास प्रबंध नहीं है। जल निकासी के लिए बनी नालियां भी ध्वस्त हो गई हैं। 

प्राधिकरण प्रबंधन वैसे तो औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए निवेश के इच्छुक लोगों को तमाम तरह की सुविधाएं देने की बात कर रहा है। नीतियों के सरलीकरण की बात होती है, लेकिन जब सुविधाओं की बात आती है तो प्रबंधन उद्यमियों की अपेक्षा पर खरा नहीं उतर रहा है। यहां एक दो नहीं बल्कि दो दर्जन से अधिक बिजली के पोल बिना लाइट के हैं। सूरज ढलते ही यहां अंधेरा हो जाता है।

औद्योगिक क्षेत्र के अंदर एक हाई मास्ट लाइट जलती है और कुछ अन्य लाइटें जल रही हैं। एक दो नहीं बल्कि कई नालियां ध्वस्त पड़ी हैं। बड़ी- बड़ी घास उग आई हैं। यहां के आवासीय क्षेत्र की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। हालत यह है कि कोई ऐसी सड़क नहीं है जिसका अस्तित्व न खत्म हो गया हो। बड़ी- बड़ी झाड़ियां हैं। ऐसे में वहां कोई मकान बनाने को तैयार नहीं है। 

पानी की टंकी है पर पानी नहीं

पानी की टंकी तो यहां बनी हुई है, लेकिन पानी का प्रबंध नहीं है। नलकूप में न मोटर बचा है और न ही जो पाइप लाइन डाली गई थी वह बची है। सब ध्वस्त हो गया है। पानी की टंकी ठूठ खड़ी है। 

औद्योगिक क्षेत्र में सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिए, लेकिन अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं हो रहा है। प्राधिकरण प्रबंधन को सड़क, नाला, मार्ग प्रकाश की व्यवस्था सुदृढ़ करनी चाहिए।– मनोज बंका, प्रांतीय अध्यक्ष पीआईए

सुविधाओं के विकास की मांग की गई है, लेकिन बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सड़क चकेरी में बनी है, लेकिन मार्ग प्रकाश की व्यवस्था नहीं है। पानी की आपूर्ति भी होनी चाहिए।– अतुल सेठ, वरिष्ठ प्रांतीय उपाध्यक्ष पीआईए

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