पीलीभीत: असफल पुलिस! विवेचना पूरी कर लगा दी एफआर, बोले- जारी रहेगी हत्यारों को तलाश

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Published By Vikas Babu
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पीलीभीत, अमृत विचार। क्राइम कंट्रोल और बेहतर पुलिसिंग के दावे एक बार फिर हवाहवाई साबित हुए। शहर में दिनदहाड़े चलती ईको में की गई हल्द्वानी के युवक की हत्या की गुत्थी पुलिस की चार टीमें नहीं सुलझा सकी। कई महीनों तक सुरागरसी के दावे किए जाते रहे और अब फेलियर छिपाने को हत्यारों की तलाश को पड़ताल जारी रहने की बात कहते हुए विवेचना पूरी कर फाइनल रिपोर्ट लगाकर कर्तव्यों से इतिश्री कर ली गई है। सवाल यह है कि विवेचना के दौरान जब पड़ताल को गंभीरता नहीं बरती गई तो अब एफआर लगाकर कैसे छानबीन की जाएगी।

घटना 27 सितंबर 2022 को हुई थी। उत्तराखंड के हल्द्वानी इलाके के निवासी इब्राहिम मिकरानी की सुनगढ़ी क्षेत्र के नौगवां ओवरब्रिज के नीचे एक बाइक शोरूम के सामने चलती ईको में गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। दिनदहाड़े हुई हत्या पुलिस के लिए चुनौती बनी रही।

तत्कालीन एसपी दिनेश कुमार ने घटना के खुलासा को चार टीमें गठित की। शुरुआत में पुलिस की टीम ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया। सीसीटीवी फुटेज में हत्यारोपी का चेहरा भी कैद मिला। उसकी शिनाख्त के लिए 25 हजार रुपये का इनाम तक घोषित कर दिया गया, लेकिन यह सब पड़ताल चंद दिन तक ही चली।

हत्यारे का स्केच तैयार कराकर आसपास  जनपदों की पुलिस को भेजा गया।  बरेली मुरादाबाद और उत्तराखंड के कई इलाकों में टीमों में डेरा जमाया। मगर सफलता नहीं मिली। उसके बाद दो नवंबर 2022 को पीड़ित परिवार ने एसपी से मुलाकात कर हत्यारे को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की।

परिवार ने धरना प्रदर्शन की चेतावनी तक दी थी। मगर उस वक्त आश्वासन देकर मना लिया गया। इसके बाद कोई क्लू न मिलने की बात कहते हुए पुलिस मामले को टालती चली गई और फिर कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई थी। नतीजतन हत्यारों तक पहुंचने में पुलिस नाकाम रही और फाइनल रिपोर्ट लगाकर विवेचना संपन्न कर दी गई है।

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