कानपुर के नन्हे इतिहासकार यशवर्धन सिंह रखेंगे भारत की शिक्षा की चर्चा, दिल्ली में कल से आयोजित हो रहा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन
कानपुर के नन्हे इतिहासकार यशवर्धन सिंह रखेंगे भारत की शिक्षा की चर्चा।
कानपुर के नन्हे इतिहासकार यशवर्धन सिंह भारत की शिक्षा की चर्चा रखेंगे। दिल्ली में कल से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हो रहा। इसमें 30 देशों से 300 से अधिक विशेषज्ञ भी शामिल होंगे।
कानपुर, अमृत विचार। दिल्ली में 15 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। जिसमें भारत की शिक्षा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, बाल शिक्षा पर भारत का पक्ष रखने के लिए कानपुर के नन्हे इतिहासकार यशवर्धन सिंह भारत का नेतृत्व करेंगे। 12 साल के नन्हे इतिहासकार दुनिया भर के देशों को जोड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय संबंध व बच्चों के मनोविज्ञान पर चर्चा करेंगे। साथ ही वह भारत की शैक्षिक नीतियों को भी साझा करेंगे।
जिसमें बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा, देखभाल व अनुसंधान में वैश्विक संकट पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के देशों के साथ लाकर शिक्षा के क्षेत्र को पुनर्जागरण करने के लिए एक दूसरे का समर्थन व सहयोग को लेकर चर्चा होगी। इसमें 30 देशों से करीब 300 से अधिक विशेषज्ञ शामिल होंगे। आयोजन का खाका, कार्य विधि जर्नल यूनिसेफ व कार्यक्रम के भाग लेने वाले सभी देशों के शिक्षा मंत्रालयों में भेजा जाएगा।
जी-20 में भारत का समर्थन करने के लिए संवादों के आधार पर अपने एजेंडे व प्राथमिकताओं की रणनीति बनी है। जी-20 के लिए क्रियान्वयन योग्य प्रस्ताव के साथ-साथ एक नीति पत्र भी विकसित करेगा। प्रारंभिक बचपन की देखभाल और शिक्षा में वैश्विक संकट का समर्थन करने के लिए सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों के बीच विश्वास व अंतरराष्ट्रीय संबंध का निर्माण करते हैं।
सम्मेलन में उपस्थित होने वाले देशों का उद्देश्य कौशल, प्रौद्योगिकी, नवाचार एवं अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण विषय हैं। इस सम्मेलन में अमेरिका, श्रीलंका, जॉर्जिया, नेपाल, भूटान समेत दुनिया भर के देश शामिल होंगे।
कई बड़ी हस्तियों से किए जा चुके सम्मानित
कानपुर के रहने वाले यशवर्धन सिंह की उम्र 12 वर्ष है। जिला मनोविज्ञानशाला कानपुर नगर की जांच में इनकी बुद्धिलब्धि (आइ.क्यू.) 129 पाई गई जोकि श्रेष्ठता की श्रेणी में आती है। इनकी शैक्षिक विलक्षण बुद्धिलब्धता को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा 2022 में इन्हें कक्षा 7 से कक्षा 9 में प्रवेश का विशेष अनुमति प्रदान किया गया व वर्तमान में कक्षा 10 के विद्यार्थी हैं।
अपनी शैक्षिक विलक्षण प्रतिभा के कारण मात्र 12 वर्ष की उम्र में विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा जैसे सिविल सेवा, आईएएस, पीसीएस, एनडीए, सीडीएस के विद्यार्थियों को नि:शुल्क ऑफलाइन एवं ऑनलाइन पढ़ाने के साथ ही परीक्षा की तैयारी भी करवाते है। शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने के लिए महामहिम आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम हस्तियों से सम्मानति भी किए जा चुके है।
