Shardiya Navratri 2023 Maha Ashtami: आज है महाअष्टमी, इस विधि से करें पूजा, महागौरी करेंगी बेड़ा पार

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Published By Vishal Singh
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Shardiya Navratri 2023 Maha Ashtami: हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है। देश भर में नवरात्रि को लेकर धूम है। हर जगह पंडाल सजकर तैयार है और माता के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है। आज शारदीय नवरात्र का आठवां दिन हैं। नवरात्र के आठवें दिन को महाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। आज अष्टमी तिथि में मां दुर्गा की आठवीं शक्ति माता महागौरी की उपासना की जायेगी। 

महाअष्टमी शुभ मुहूर्त 
महाअष्टमी को दुर्गा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस बार अष्टमी तिथि 21 अक्टूबर यानी कल रात 9 बजकर 53 मिनट पर शुरू हो चुकी है और अष्टमी तिथि का समापन 22 अक्टूबर यानी आज रात 7 बजकर 58 मिनट पर होगा। 

मां महागौरी की पूजा विधि
धार्मिक ग्रंथ के अनुसार मां महागौरी की पूजा करने से पहले प्रातः काल उठ कर स्नान करें। उसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें। पूजा स्थान में मां महागौरी की चौकी स्थापित करें। उसके बाद माता रानी की स्थापित की हुई चौकी पर साफ वस्त्र रखें। इसके बाद उसी चौकी पर मां महागौरी की प्रतिमा को उस पर स्थापित करें। शास्त्रों के अनुसार किसी भी देवी-देवता की पूजा करने से पहले भगवान गणेश की पूजा करने का विधान है। मां महागौरी की पूजा की शुरुआत करने से आप सर्वप्रथम पूज्नीय गणेश जी की हाथ जोड़ वंदना करें। ऐसा करते हुए आप पूजा स्थान पर गंगा जल का छिड़काव कर के शुद्धिकरण करें। 

उसके बाद मोगरे का पुष्प लेकर मां महागौरी के मंत्रो का उच्चारण करते हुए उनका आह्वान करें और मां के स्वरूप का ध्यान करें। मां को धूप-दीप,पान, सुपारी, फल, सुगंधित द्रव्य इत्यादि अर्पित करें। उसके बाद देवी मां की आरती करें, आरती के बाद शंख बजाएं और  जिस जगह आप मां महागौरी की चौकी स्थापित करें वहीं उनकी प्रतिमा के सामने मां महागौरी को दंडवत प्रणाम करें। मान्यता है कि महाष्टमी के दिन विधि पूर्वक माता रीनी की पूजा करने से देवी भक्तों को सुख-समृद्धि का वरदान मिलता है और उन्हें कष्टों से मुक्ति मिलती है।

(नोट- यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। अमृत विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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