शीतला माता मंदिर में पूजा करने से श्रद्धालुओं को मिलती है निरोगी काया 

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Published By Vishal Singh
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बिहारशरीफ। बिहार में नालंदा जिले के मघड़ा गांव स्थित शीतला माता मंदिर में पूजा करने से श्रद्धालुओं को निरोगी काया की प्राप्ति होती है। नालंदा जिले में बिहारशरीफ से कुछ किलोमीटर की दूरी पर परवलपुर-एकंगर सराय मार्ग पर स्थित मघड़ा गांव में शीतला माता मंदिर है। इस मंदिर के प्रति लोगों की आस्था जुड़ी है। शीतला माता मंदिर में माथा टेकने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। माता अपने भक्तों को निरोगी काया देती हैं। चेचक से पीड़ित लोग माता शीतला के दरबार में आकर कंचन काया पाते हैं। माता की कृपा जिस पर बनी रहती है, उनपर कोई विपत्ति नहीं आती। माता शीतला मंदिर के पास ही एक बड़ा सा तालाब है। 

माता के दर्शन को आने वाले श्रद्धालु तालाब में स्नान करने के बाद ही पूजा-अर्चना करते हैं। मान्यता के अनुसार तालाब में स्नान करने से चेचक रोग से मुक्ति मिल जाती है। मां की कृपा से नि:संतान को संतान और निर्धनों को धन की प्राप्ति होती है। मंदिर के गर्भगृह में काले पत्थर की 12 इंच लंबी मां शीतला की प्रतिमा स्थापित है। प्रतिमा के मुकुट के ऊपर नौ रेखाएं हैं, जो नौ देवियों की प्रतीक हैं।इस मंदिर में प्रत्येक मंगलवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है। मां के प्रांगण में रामनवमी के अवसर पर ध्वजा स्थापित करने की परम्परा प्राचीन काल से चली आ रही है।

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