लखनऊ में बीमारियों की पहचान और रोकथाम की नवीन तकनीक पर चर्चा करने जुटेंगे 300 विशेषज्ञ

लखनऊ में बीमारियों की पहचान और रोकथाम की नवीन तकनीक पर चर्चा करने जुटेंगे 300 विशेषज्ञ

लखनऊ, अमृत विचार। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) स्थित फिजियोलॉजी विभाग की तरफ से फिजियोलॉजी के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में करीब 300 डॉक्टर्स हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में रोगों की पहचान और उसके इलाज से संबंधित नवीन तकनीक की जानकारी साझा की जायेगी। साथ ही चिकित्सा क्षेत्र के छात्रों को फिजियोलॉजी को सुगम तरीके से पढ़ाने पर भी चर्चा होगी। यह जानकारी गुरुवार को राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन अध्यक्ष और केजीएमयू के फिजियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नरसिंह वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम की वैज्ञानिक अध्यक्ष प्रोफेसर श्रद्धा सिंह और सम्मेलन के आयोजन सचिव प्रोफेसर मनीष बाजपेयी हैं। यह सम्मेलन 27 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक चलेगा।

उन्होंने बताया कि फिजियोलॉजी को सभी चिकित्सा विज्ञान की जननी के रूप में जाना जाता है। चिकित्सा के अधिकांश नोबेल पुरस्कार फिजियोलॉजी को मिले हैं। उन्होंने बताया कि फिजियोलॉजी के जरिये ही मानव शरीर विज्ञान को जाना जाता है। इस सम्मेलन के जरिये मानव शरीर की जटिल प्रणालियों को समझने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण पर जोर देते हुए शरीर विज्ञानियों, चिकित्सा पेशेवरों, फार्मास्युटिकल विशेषज्ञों और संबंधित विशेषज्ञों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का प्रयास है। साथ ही इसका उद्देश्य व्यक्तियों को जीवन भर अपना स्वास्थ्य बनाए रखने में सक्षम बनाना है।

इसके अतिरिक्त, उपस्थित लोगों को अयोध्या, प्रयागराज और वाराणसी जैसे आस-पास के स्थानों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का पता लगाने का मौका मिलेगा, जिससे उनका अनुभव और बढ़ेगा। यह आयोजन साथियों के बीच सामाजिक नेटवर्किंग और सहयोग को बढ़ावा देता है, ज्ञान के आदान-प्रदान और मूल्यवान व्यावसायिक संबंधों के विकास को सुविधाजनक बनाता है। 

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