अमेठी: पराली के सहारे चल रही गौशालाएं, नहीं है हरे चारे की व्यवस्था

अमेठी: पराली के सहारे चल रही गौशालाएं, नहीं है हरे चारे की व्यवस्था

अमेठी, अमृत विचार। जिले के संग्रामपुर विकास खण्ड में गौशालाओं की हालत दयनीय नजर आ रही हैं। ज्यादातर गौशालाओं में पशुओं को खाने के लिये मात्र खड़ी पराली व पराली के भूसे का सहारा है। हरे चारे और पशु आहार के नाम पर नोडल अधिकारी के निरीक्षण के समय खानापूर्ति की जाती है। 

गौशालाओं में पशुओं को ठंड से बचाने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम भी नहीं है। हरा चारा काटने के लिए गौशाला में लगी मशीनों को यह देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। उससे कभी भी हरे चारे की कटाई करके पशुओं को नहीं दिया गया हो। किसी भी गौशाला में तय मानक के अनुरूप चारा उपलब्ध नहीं है। फिर भी गौशालाओं के समय-समय पर निरीक्षण के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी को निरीक्षण के समय सब हरा भरा लगता है।

गौशालाओं की स्थिति देखते हुए नोडल अधिकारी का निरीक्षण भी सवालों के घेरे में है। विकास खण्ड के ज्यादातर गौशालाओं में पशुओं को पशु आहार निम्न क्वालिटी के दिये जा रहे हैं। केयर टेकर की लापरवाही के चलते साफ-सफाई न होने और पेट भर चारा न पाने से पशु बीमार होकर दम तोड़ रहे हैं।

वही संग्रामपुर खण्ड विकास अधिकारी शिवपूजन भारती ने बताया कि गौशाला में पराली को पशुओं को ठंड से बचने के लिए निर्देश किया गया था पराली और पराली का भूसा खिलाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए क्षेत्र के सभी गौशालाओं को उनके प्रधान और सचिव को निर्देशित किया गया है सरकार द्वारा पशुओं को चारा खिलाने के लिए धनराशि की वृद्धि की गई है किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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