ओलंपिक का सपना पूरा करने के लिए अगले साल अच्छा प्रदर्शन करना लक्ष्य : अश्विनी पोनप्पा

ओलंपिक का सपना पूरा करने के लिए अगले साल अच्छा प्रदर्शन करना लक्ष्य : अश्विनी पोनप्पा

नई दिल्ली। पिछले दो सप्ताह के शानदार प्रदर्शन ने अश्विनी पोनप्पा के ओलंपिक में खेलने के सपनों को पंख लगा दिए हैं और भारत की यह स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पेरिस में होने वाले खेल महाकुंभ में जगह बनाने के लिए आगामी बड़ी प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है। चौतीस वर्ष की अश्विनी और 20 साल की तनीषा क्रास्टो ने इस साल जनवरी में जोड़ी बनाई थी। 

उन्होंने रविवार को चीनी ताइपे की सुंग शुओ युन और यु चियन हुए को 21-13, 21-19 से हराकर गुवाहाटी मास्टर्स का खिताब जीता था जो उनका तीसरा महिला युगल खिताब था। इससे पहले लखनऊ में सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय सुपर 300 टूर्नामेंट में यह जोड़ी उप विजेता रही थी। वह इस सप्ताह कटक में होने वाले ओडीशा ओपन सुपर 100 टूर्नामेंट में खिताब के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेंगे।

गुवाहाटी में जीत से यह जोड़ी विश्व रैंकिंग में 23वें स्थान पर पहुंच गई है और इस तरह से वह शीर्ष 16 में जगह बनाने के करीब पहुंच गई है, जो पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने के लिए चयन मानदंड है। दो बार की ओलंपियन अश्विनी ने पीटीआई से कहा,‘‘हमारा लक्ष्य निश्चित तौर पर ओलंपिक में खेलना है लेकिन हमारी जोड़ी अभी नई है और इसलिए हमारा लक्ष्य प्रत्येक टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना है। हमारा ध्यान अभी लगातार बेहतर खेल दिखाने पर है।’’

 उन्होंने कहा,‘‘मेरा मानना है कि ओलंपिक में जगह बनाने के लिए कई कारक होते हैं और इसलिए अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित रखना महत्वपूर्ण है और अगर हम ओलंपिक में जगह बनाते हैं तो यह अच्छा होगा।’’ भारत की तरफ से अभी गायत्री गोपीचंद और त्रीसा जॉली की विश्व में 19वें नंबर की जोड़ी ओलंपिक में जगह बनाने की दौड़ में आगे है। अश्विनी और तनीषा ने इस साल अबूधाबी मास्टर्स सुपर 100 टूर्नामेंट और नॉन्टेस इंटरनेशनल चैलेंज का खिताब भी जीता था। 

अश्विनी ने कहा,‘‘अब हमें बड़े टूर्नामेंट में प्रवेश मिल जाएगा। हमने असल में इस साल शुरुआत सुपर 500 प्रतियोगिता (इंडोनेशिया मास्टर्स) से की थी जहां हम क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे। इससे हमारा काफी मनोबल बढ़ा था क्योंकि यह एक जोड़ी के रूप में हमारा पहला टूर्नामेंट था।’’ उन्होंने कहा,‘‘अब छोटे टूर्नामेंट में खेलने से हमें अपने खेल को बेहतर करने का मौका मिला। इससे हमारा काफी आत्मविश्वास बढ़ा। अब हम एक साथ मिलकर कई मैच खेल चुके हैं। इसलिए हम इन सकारात्मक पहलुओं के साथ अगले साल में प्रवेश करना चाहते हैं। लेकिन अभी हमारा ध्यान ओडीशा ओपन में अच्छा प्रदर्शन करने पर है।

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