बरेली: विषम सेमेस्टर की परीक्षा 342 केंद्रों पर होगी

रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने परीक्षा केंद्र किए निर्धारित, बरेली में 47 केंद्र बनाए

बरेली: विषम सेमेस्टर की परीक्षा 342 केंद्रों पर होगी

बरेली, अमृत विचार। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने स्नातक विषम सेमेस्टर और अन्य सेमेस्टर की परीक्षा के केंद्र निर्धारित कर दिए हैं। नौ जिलों में 342 केंद्रों पर छात्र परीक्षा देंगे। बरेली में 47 केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें बरेली कॉलेज में स्वकेंद्र समेत चार केंद्र होंगे। परीक्षा में तीन लाख 41 हजार से अधिक छात्र शामिल होंगे। विश्वविद्यालय जल्द ही संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी कर सकता है।

परीक्षा नियंत्रक संजीव कुमार के मुताबिक बरेली के अलावा पीलीभीत में 28, बदायूं में 32, शाहजहांपुर में 32, रामपुर में 26, मुरादाबाद में 46, बिजनौर में 67, अमरोहा में 35, संभल में 29 केंद्र बनाए गए हैं। बरेली जिले में 56 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगी। बरेली कॉलेज में 15183 छात्र परीक्षा देंगे, जिसमें स्वकेंद्र के 14094 छात्र शामिल होंगे, जिसमें 6549 छात्र और 7545 छात्राएं हैं।

अब 30 जनवरी तक होंगी विषम सेमेस्टर की परीक्षा
रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने शिक्षकों और छात्रों के विरोध के देखते हुए विषम सेमेस्टर की परीक्षा का संशोधित कार्यक्रम सोमवार को जारी कर दिया। इसके तहत परीक्षा 15 दिसंबर से ही शुरू होगी और 30 जनवरी तक चलेंगी, जबकि पहले 20 जनवरी को समाप्त हो रही थीं। हालांकि 11 से 30 जनवरी तक तृतीय पाली में 2:30 से 4:30 बजे तक पंचम सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षा हैं। प्रथम और तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा 10 जनवरी को समाप्त हो जाएगी। अब विश्वविद्यालय ने 26 और 27 जनवरी को छुट्टी की है, इसके अलावा विज्ञान के कुछ प्रश्नपत्रों में बदलाव किया है। इसके अलावा एक ही दिन पड़ने वाले प्रश्नपत्रों में भी बदलाव किया है। संशोधित परीक्षा कार्यक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।

बरेली कॉलेज के शिक्षकों ने बुलाई आमसभा
विश्वविद्यालय के संशोधित परीक्षा कार्यक्रम में शीतकालीन अवकाश का ध्यान न रखने पर शिक्षक विरोध के लिए आगे की रणनीति बनाएंगे। इसके लिए बरेली कॉलेज के शिक्षक संघ ने 13 दिसंबर को बहुउद्देशीय भवन में आमसभा बुलाई है। महामंत्री प्रो. वीपी सिंह ने बताया कि कुलपति के आश्वासन के बावजूद परीक्षा में शीतकालीन अवकाश का ध्यान नहीं रखा गया है। शिक्षकों ने इस दौरान परीक्षाओं में असहयोग की बात कही है। वहीं रूटा के महामंत्री प्रो. स्वदेश सिंह ने बताया कि मंगलवार को कुलपति से मुलाकात के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

ये भी पढ़ें- बरेली: सड़क बनाने के अनुभव पर पुल बनाने का ठेका