तंजानिया में तीन दिन में 61 लोग हैजा से ग्रस्त, जानिए लक्षण
सेंगेरेमा। तंजानिया के उत्तर-पश्चिमी प्रांत म्वांजा के सेंगेरेमा जिले में तीन दिनों में करीब 61 लोग हैजा से ग्रस्त पाये गये। सेंगेरेमा जिला आयुक्त सेनी नगागा ने कहा कि 30 जनवरी से एक फरवरी तक हैजा के 61 मामले दर्ज किए गए। इन मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री उम्मी म्वालिमु ने जनवरी की शुरूआत में शिनयांगा, रुवुमा, ताबोरा, सिमियु, म्वान्जा और कागेरा सहित छह क्षेत्रों में हैजा का प्रकोप फैले होने की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि 2023 में 12 क्षेत्रों में हैजा फैलने की सूचना मिली थी।और करीब 927 लोग इस बीमारी से पीड़ित थे। इस बीमारी से 27 मरीजों की मौत हो गयी।
जानिए हैजा के लक्षण
हैजा का जोखिम सबसे ज्यादा वहां होता है जहां स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिया जाता है। यह भीड़भाड़, अकाल और बाढ़ के क्षेत्रों में महामारी के रूप में फैल सकता है। 80 प्रतिशत मरीजों में हैजा के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं और कई मामलों में यह बीमारी अपने आप ठीक हो जाती है। इसके बावजूद मरीज जीवाणु फैला सकता है। शेष 20 प्रतिशत लोगों को तेज दस्त, उल्टी और पैर में ऐंठन की समस्या हो सकती है। अन्य लक्षणों में हृदय गति बढ़ना, ज्यादा प्यास लगना, ब्लड प्रेशर कम होना, त्वचा का लचीलापन कम होना आदि शामिल है।
इन कारणों से होता है हैजा
दूषित पानी पीने, दूषित पानी से बनी बर्फ का इस्तेमाल करने, सड़क पर बेचे जाने वाले दूषित खाद्य पदार्थों का सेवन करने, मानव अपशिष्टों युक्त पानी से उगाई सब्जियों को बिना धुले खाने से हैजा की समस्या हो सकती है। खास बात यह है कि जब लोग हैजा जीवाणुओं का उपभोग करते हैं, तो वे खुद बीमार नहीं होते हैं, लेकिन अपने मल से जीवाणु फैला सकते हैं। खुले में शौच करने से मानव मल पानी और भोजन के स्रोतों को दूषित करता है। जब कोई व्यक्ति इस दूषित भोजन या पानी का सेवन करता है, तो उसमें हैजा के जीवाणु आंतों में विष छोड़ते हैं, जिसकी वजह से गंभीर दस्त की समस्या हो जाती है।
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