बाराबंकी : हौज-नाली निर्माण में मानकों की भारी गड़बड़ी उजागर, किसानों की उम्मीदों पर पानी फिरा
लघु सिंचाई विभाग की योजना में बड़ा भ्रष्टाचार
विवेक शुक्ला/रामनगर, बाराबंकी, अमृत विचार। लघु सिंचाई विभाग द्वारा किसानों के खेतों में कराए गए हौज व नाली निर्माण कार्यों में भारी गड़बड़ी उजागर हुई है। मानक के विपरीत सामग्री के प्रयोग के कारण करीब तीन माह पूर्व बने ये निर्माण कार्य चंद दिनों में ही क्षतिग्रस्त होने लगे हैं, जिससे किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
विकासखंड रामनगर क्षेत्र के ग्राम बिलखिया, बायलमऊ, शाहपुर चकबहेरवा, मलौली और नहरवल सहित कई गांवों में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत हौज एवं नालियों का निर्माण कराया गया था। शुक्रवार को अमृत विचार की टीम ने जब मौके पर पहुंचकर करीब एक दर्जन किसानों के खेतों में बने हौज व नालियों की स्थिति का जायजा लिया तो कई गंभीर खामियां उजागर हुईं। अधिकांश स्थानों पर प्लास्टर उखड़ता मिला, जबकि कई जगह दीवारें चिटकी हुई पाई गईं।
किसानों का आरोप है कि निर्माण में घटिया पीली ईंटों का उपयोग किया गया और केवल बालू से प्लास्टर कर खानापूरी की गई, जबकि नींव तक नहीं डाली गई। लाभार्थी किसानों ने बताया कि कुल 34 से 35 किसानों के खेत में बनी हौज व नालियों की स्थिति ऐसी ही है। गुणवत्ता को लेकर ठेकेदार से शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई।

किसानों ने बताया कि कई स्थानों पर पुरानी बोरिंग पर ही हौज व नालियों का निर्माण दिखा दिया गया, जबकि नियमों के अनुसार नई बोरिंग के साथ नाली और हौज का संयुक्त निर्माण लगभग 35 हजार रुपये की लागत में होना चाहिए।
आरोप है कि विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से सरकारी धन का दुरुपयोग कर लाखों रुपये की कमाई की गई है, जबकि नुकसान किसानों को झेलना पड़ रहा है। पीड़ित किसानों ने उच्चाधिकारियों से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने तथा घटिया निर्माण को ध्वस्त कर मानक के अनुरूप दोबारा मजबूत निर्माण कराए जाने की मांग की है।
क्या बोले किसान?
करीब तीन माह पहले उनकी बोरिंग पर बने हौज-नाली में बिना नींव पीली ईंट और केवल बालू का प्रयोग किया गया। घटिया निर्माण पर आपत्ति जताने पर ठेकेदार ने विभागीय निर्देश का हवाला देकर मामला टाल दिया... कंधई लाल, ग्राम नहरवल निवासी किसान।
बिना नींव के पीली ईंट और बालू से बनी हौज का प्लास्टर कुछ ही दिनों में गिर गया और दीवारें चिटक गईं, जबकि दिखावे के लिए लाई गई मौरंग व सीमेंट को ठेकेदार बाद में वापस ले गए... रवि, ग्राम बिलखिया निवासी किसान।
चोट के कारण वह निर्माण के समय मौजूद नहीं थे। मौके का फायदा उठाकर ठेकेदारों ने बोरिंग पर हौज-नाली का निर्माण मानकों के विपरीत किया और भ्रष्टाचार छुपाने के लिए ऊपर से केवल सीमेंट का घोट कर दिया... राजेश, ग्राम बिलखिया निवासी किसान।
खेत में काम करते समय पूरा भ्रष्टाचार होते देखा, मौरंग रखी रह गई और केवल बालू व पीली ईंट से आनन-फानन में हौज तैयार कर दी गई। ठेकेदार ने किसी की भी बात नहीं सुनी... दिनेश कुमार, ग्राम बायलमऊ निवासी किसान।
क्या बोले जिम्मेदार?
निर्माण कार्यों की मौके पर जांच कराई जाएगी और मानक के विपरीत सामग्री इस्तेमाल पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें दंडित किया जाएगा... बृजेश सिंह, अधिशाषी अभियंता, लघु सिंचाई विभाग।
