पाकिस्तान के चुनावों में नवाज की चौथी बार ताजपोशी तय, मीडिया का दावा

पाकिस्तान के चुनावों में नवाज की चौथी बार ताजपोशी तय, मीडिया का दावा

लंदन। गैलप सर्वे और ब्लूमबर्ग के बाद अब ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन(बीबीसी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ आगामी आठ फरवरी को होने जा रहे संसदीय चुनाव में जीत के स्पष्ट दावेदार हैं और उनकी ताजपोशी तय है। बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का अंतिम कार्यकाल भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी ठहराए जाने के साथ समाप्त हुआ और उससे कुछ समय पहले एक सैन्य तख्तापलट में उन्हें अपदस्थ कर दिया गया था। 

इसके बावजूद वह एक बार फिर सत्ता के शिखर की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं। विश्लेषक एवं विल्सन सेंटर थिंक टैंक के दक्षिण एशिया निदेशक माइकल कुगेलमैन का कहना है कि वह ( शरीफ) अगले प्रधानमंत्री बनने के लिए एक शीर्ष उम्मीदवार हैं, इसलिए नहीं कि वह बेहद लोकप्रिय हैं, बल्कि इसलिए अधिक है क्योंकि उन्होंने अपना कार्ड सही तरीके से खेला है। उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी एवं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अब जेल में हैं। कोई कह सकता है कि वह सत्ता में वापसी के प्रबल दावेदार हैं और उन्होंने पहले भी ऐसा किया है। 

 कुगेलमैन ने कहा कि शरीफ़ के समर्थकों को उम्मीद होगी कि स्थिरता, अनुभव और भरोसेमंदता की उनकी कहानी से उन्हें वोट मिलेंगे - और सेना भी उनके साथ या कम से कम उनकी पार्टी के साथ सहज होगी। उन्होंने कहा  “यह भी एक तथ्य है कि घर लौटने के बाद से उन्हें कानूनी राहत मिली है, जो साबित करता है कि वह अच्छी स्थिति में वापस आ गये हैं।” 

चैथम हाउस के एशिया-प्रशांत कार्यक्रम की एसोसिएट फेलो डॉ. फरजाना शेख ने कहा कि हर चीज़  शरीफ के प्रधानमंत्री या सबसे बड़ी पार्टी के प्रमुख के रूप में आने की ओर इशारा करती है, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह अनिश्चित है कि उनके पास किस प्रकार का कामकाजी बहुमत होगा। यह पाकिस्तान की राजनीति में एक अशांत, अस्थिर समय है और शरीफ खुद को तीन बार प्रधानमंत्री बनने के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ अनुभवी नेता के रूप में पेश कर रहे हैं। डॉ. शेख कहती हैं कि वह संघर्ष कर रहे हैं क्योंकि उनके भाई के नेतृत्व वाली उनकी पार्टी, पूर्व गठबंधन सरकार मं वरिष्ठ भागीदार थी, जिसे कई आर्थिक नीतियों को लागू करना पड़ा, जिससे बहुत अधिक नुकसान हुआ।

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