गोंडा: 5000 रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया CMO Office का बाबू, एंटी करप्शन टीम ने किया गिरफ्तार
चिकित्सा प्रतिपूर्ति की फाइल पास करने के बदले मांग रहा था 10 हजार की रिश्वत, केस दर्ज
गोंडा, अमृत विचार। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात एक लिपिक को एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ नगर कोतवाली में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है।
देहात कोतवाली थाना क्षेत्र के बिशुनपुर बैरिया गांव के रहने वाले खुशीराम सोनकर वन विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी हैं। वह ह्रदय रोग से पीड़ित हैं। बीच में उनका कूल्हा भी खराब हो गया था। इलाज के बाद उन्होंने विभाग में 1.78 लाख रुपये की चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए आवेदन किया था। खुशीराम के बेटे रघुराज सोनकर ने बताया कि प्रतिपूर्ति की फाइल को पास करने के एवज में मुख्य चिकित्सा अधिकारी का बाबू धर्मेश कुमार राय 10 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था।
रघुराज का कहना है कि वह पिछले 12 फरवरी से फाइल पास कराने के लिये चक्कर लगा रहे थे लेकिन धर्मेश उन्हे टरका रहा था। परेशान होकर उन्होने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की थी। एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया और मंगलवार को रघुराज को पांच हजार रुपये के साथ बाबू के पास भेजा गया। जैसे ही धर्मेश ने पांच हजार की रिश्वत ली एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद उसे नगर कोतवाली लाया गया। धनंजय सिंह ने बताया कि आरोपी धर्मेश कुमार राय आजमगढ़ जिले के ग्राम ढढ़नी थाना नसीरुद्दीनपुर का रहने वाला है और सीएमओ कार्यालय में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत है। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है।
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