यूपी के युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने का लक्ष्य अधूरा, तीन लाख नौकरियां दिलवाने को प्रयासरत सेवा योजना विभाग

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Published By Deepak Mishra
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  • उप्र. रोजगार मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 25 हजार नौकरियां उपलब्ध करायी जानी है
  • रोजगार महाकुंभ के प्लेटफार्म से राष्ट्रीय स्तर पर भी तीन लाख नौकरियां दिलवाने को प्रयासरत सेवा योजना विभाग

राज्य ब्यूरो/लखनऊ, अमृत विचार। प्रदेश के युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने लक्ष्य अभी अधूरा है। उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग 25 हजार नौकरियां उपलब्ध करायी जानी है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर तीन लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य है। राज्य सरकार रोजगार महाकुंभ के प्लेटफार्म से युवाओं को नौकरियां दिलवाने को प्रयासरत है।

दरअसल, उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन का गठन युवाओं को देश-विदेश में रोजगार दिलाने के लिए किया गया है, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में प्रदेश मंत्रिमंडल ने 3 जुलाई, 2025 को मंजूरी दी थी। इसी का संज्ञान लेते हुए शनिवार को प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एमके शन्मुगा सुंदरम ने अफसरों को याद दिलाया कि उत्तर प्रदेश रोजगार मिशन की जो मंशा है, उसे शीघ्र पूरा करने की दिशा में गंभीरता से काम किया जाना चाहिए।

इसी कड़ी में श्रम एवं सेवायोजन द्वारा विधान सभा से बीती 18 अगस्त को रोजगार महाकुम्भ 2025 की शुरुआत की गई थी। रोजगार महाकुम्भ का प्रथम चरण 26 से 28 अगस्त तक इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान लखनऊ में किया गया। जिसमें 16,212 युवाओं का रोजगार के लिए चयन हुआ, इनमें 1,612 युवाओं का चयन विदेश के लिए किया गया।

इसी कड़ी में वाराणसी में 9-10 दिसंबर को राजकीय आईटीआई, करौन्दी, वाराणसी परिसर में काशी सांसद रोजगार महाकुम्भ आयोजित किया गया। इसमें लगभग इक्कीस हजार रिक्तियों जैसे मार्केटिंग, प्रोडेक्शन, मशीन आपरेटर, सेल्स, नर्सिंग, ड्राइवर, सप्लाई चेन, आटोमोबाइल, होटल, इत्यादि क्षेत्रों की 293 कंपनियों ने प्रतिभाग किया।

उन्होंने बताया कि इन रिक्तियों के सापेक्ष हाईस्कूल, इंटर, स्नातक, आईटीआई, डिप्लोमा, परास्नातक आदि योग्यता प्राप्त लगभग 22,725 अभ्यर्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इनमें से 8,054 अभ्यर्थी रोजगार के लिए चयनित हुए, जिसमें 85 अभ्यर्थी विदेश के लिए चयनित हैं। कुल चयनित अभ्यर्थियों में 331 महिला अभ्यर्थी और 8 विकलांग अभ्यर्थी भी शामिल रहे। काशी सांसद रोजगार महाकुंभ में सबसे अधिक 6 लाख रुपये का सालाना पैकेज मिला है।

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