बिहार में नीतीश कुमार ने किया मंत्रिमंडल का विस्तार, राज्यपाल ने इन मंत्रियों को दिलाई शपथ

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Published By Vikas Babu
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पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए इसमें 21 नये मंत्रियों को शामिल किया है। इसके साथ ही बिहार मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या अब 30 हो गई है जो राज्य के लिए संवैधानिक सीमा से केवल छह कम है।

यहां राजभवन में आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) नौ और उसके सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 12 सदस्यों को राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर ने पद की शपथ दिलाई। समारोह में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री-सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, सहित कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

राज्य की सत्ता में वापसी करने से उत्साहित भाजपा नेताओं ने इस दौरान ‘जय श्री राम’, ‘नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद’ और ‘अबकी बार 400 पार’ के नारे भी लगाए गए । जद (यू) की ओर से मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले प्रमुख चहरों में शीला मंडल, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस) के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी सुनील कुमार, जमा खान, जयंत राज, लेशी सिंह, मदन सहनी, अशोक चौधरी, महेश्वर हजारी और रत्नेश सदा शामिल हैं।

महेश्वर हजारी को छोड़कर जद (यू) की ओर से शपथ लेने वाले सभी विधायक पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार में भी मंत्री पद संभाल रहे थे। भाजपा ने मंत्रिमंडल विस्तार में अपने पुराने अनुभवी नेताओं और कुछ नये चेहरों पर भरोसा किया है। भाजपा की ओर से मंत्री पद की शपथ लेने वालों में रेणु देवी भी शामिल रहीं।

रेणु देवी अगस्त 2022 में कुमार के राजग से गठबंधन तोड़ने से पहले तक पूर्ववर्ती सरकार में उपमुख्यमंत्री थीं। उस समय की सरकार में मंत्री रहे मंगल पांडेय, नितिन नवीन, नीरज कुमार सिंह ‘बबलू’ और जनक राम को भी आज मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। भाजपा की ओर से शपथ लेने वालों में तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता जगन्नाथ मिश्र के बेटे नीतीश मिश्र भी शामिल रहे।

नीतीश मिश्रा पहले जद (यू) में थे और पूर्व में नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री भी रहे थे। इसके अलावा, भाजपा के दिलीप कुमार जयसवाल, केदार प्रसाद गुप्ता, कृष्णनंदन पासवान, सुरेंद्र मेहता और संतोष कुमार सिंह ने पहली बार राज्य मंत्रिमंडल में जगह बनाई है। आज के विस्तार से पहले बिहार मंत्रिमंडल में मंत्रियों की कुल संख्या नौ थी जिसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा तथा प्रेम कुमार समेत भाजपा से तीन और जद (यू) से मुख्यमंत्री नीतीश समेत चार मंत्री थे।

इसके अलावा, निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संतोष सुमन भी मंत्री थे। पिछले माह बजट सत्र के दौरान पाला बदलकर कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन से राजग के साथ आए दल-बदलुओं में से किसी को भी मौका नहीं दिया गया। अगस्त 2022 से पहले की राजग सरकार में मंत्री पद संभालने वाले भाजपा के कई प्रमुख नेताओं को भी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है।

इनमें उपमुख्यमंत्री रहे तारकिशोर प्रसाद और भाजपा के मुस्लिम चेहरे सैयद शाहनवाज हुसैन शामिल हैं। नये मंत्रियों में छह दलित समुदाय से आते हैं जिनमें से दो भाजपा से और चार जद (यू) से हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बयान जारी कर ‘‘तीन महिलाओं को शामिल करके महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए’’ नीतीश कुमार की सराहना की है। 

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