चम्पावत में चीर की चोरी, आरोपी चार युवकों का पुलिस एक्ट में हुआ चालान

चम्पावत में चीर की चोरी, आरोपी चार युवकों का पुलिस एक्ट में हुआ चालान

चम्पावत, अमृत विचार। होली पर्व के श्रीगणेश के दिन बांधी जाने वाली चीर (निशान) की चोरी हो गई। चम्पावत के मल्लीहाट में 21-22 मार्च की रात को हुई चीर चोरी से लोग सकते में आ गए। सूचना मिलने पर पुलिस ने चीर की खोजबीन शुरू की और शुक्रवार पूर्वान्ह 11 बजे तक चीर की बरामदगी भी हो गई। बाद में आरोपियों के माफी मांगने पर मामला सुलझ गया। पुलिस ने चारों आरोपियों का पुलिस एक्ट में चालान किया।

मल्लीाहाट की चीर 100 साल से भी पुरानी है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर साह बताते हैं कि एक साल को छोड़ यह चीर लगातार मल्लीहाट के तयशुदा जगह पर बांधी जाती रही। होलिका दहन के दिन इसे दहन किया जाता है। बस एक
बार इसे नागनाथ मंदिर में बांधा गया था। मान्यता है कि चीर बंधन से बुरी शक्तियों का प्रवेश नहीं होता और सुख-शांति समृद्धता आती है। इस बार होलिकाष्टमी के दिन 20 मार्च को मुहूर्त के हिसाब से चीर का बंधन किया गया। मोहल्ले के तमाम घरों से एक-एक नए कपड़े के रंग बिरंगे टुकड़े चीर के रूप में लंबे लोहे के पाइप में बांधे गए। लेकिन 22 मार्च की सुबह चीर मय पाइप गायब थी। मल्लीहाट होली कमेटी के अध्यक्ष विकास साह, कोषाध्यक्ष देवेन्द्र वर्मा, पूर्व चेयरमैन सुनील शाह, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर साह, डब्बू पचौली, भानु तड़ागी, प्रतीक साह सहित बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए ।

पुलिस क्षेत्राधिकारी बीसी पंत, कोतवाल योगेश उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने जूप से चीर और लोहे के पाइप को बरामद किया। आरोपियों के माफी मांगने और चीर को मल्लीहाट में उसी जगह बांधने पर मल्लीहाट होली कमेटी ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया। कोतवाल योगेश उपाध्याय का कहना है कि चारों आरोपियों को पुलिस एक्ट में चालान चेतावनी देकर छोड़ा गया।