शाहजहांपुर: 2019 के रण में सपा और बसपा ने दी भाजपा को टक्कर, 2024 में बाजी मारेगा कौन?

शाहजहांपुर: 2019 के रण में सपा और बसपा ने दी भाजपा को टक्कर, 2024 में बाजी मारेगा कौन?

श्याम मिश्र, शाहजहांपुर। लोकसभा चुनाव में जीत के साथ-साथ फाइट में रहने का भी विशेष महत्व है। दूसरे नंबर पर रहने वाली पार्टी और उसका प्रत्याशी भी हमेशा के लिए चुनावी इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाता है। लोक सभा चुनाव 2019 में मंडल की पांचों सीटों पर भाजपा प्रत्याशी को सपा और बसपा प्रत्याशी ने टक्कर दी थी। 

कांग्रेस प्रत्याशी कहीं भी फाइट में नहीं आ सके थे। उनका वोट प्रतिशत भी बहुत कम रहा था। इस बार भी कयास लगाए रहे हैं। कौन जीतेगा और कौन दूसरे नंबर पर रहेगा, कौन सी पार्टी किस पार्टी के प्रत्याशी को टक्कर देगी, इसको लेकर चर्चाएं हो रही हैं। 

लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के लिए सभी दलों के पदाधिकारियों से लेकर कार्यकर्ता तक माहौल बनाने में जुटे हैं। सभी की इच्छा है कि पिछली बार के मुकाबले उन्हें काफी ज्यादा वोट मिले, जिससे जीत का मार्ग प्रशस्त हो। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अरुण कुमार सागर को शाहजहांपुर से प्रत्याशी बनाया था। 

भाजपा के जिला संगठन ने सबसे अधिक फोकस लाभार्थी वोट बैंक पर किया था। तब कुल मतदान 56.1 प्रतिशत मतदान हुआ था। कुल मतदान का 58.04 वोट अकेले बीजेपी प्रत्याशी को मिला था। दूसरे नंबर पर सपा से गठबंधन के बाद बसपा प्रत्याशी अमर चंद्र जौहर को 35.43 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी ब्रहम स्वरूप सागर को मात्र 2.97 वोट पर ही संतोष करना पड़ा था। भाजपा की जीत और बसपा की हार के बीच में 22.61 वोटों का अंतर रहा था।

आंवला सीट पर भाजपा-बसपा में टक्कर
साल 2019 में बरेली मंडल की पांच लोक सभा सीटों में से एक आंवला लोकसभा सीट पर भाजपा और बसपा प्रत्याशी के बीच टक्कर हुई थी। यहां भाजपा प्रत्याशी विजयी रहे थे और बसपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रही थीं। कुल मतदान 58.96 प्रतिशत हुआ था। जिसमें से भाजपा के धर्मेंद्र कश्यप को 51.07 प्रतिशत वोट मिले थे। जबकि बसपा की रुचिवीरा को 40.26 प्रतिशत मत मिले थे। यहां कांग्रेस के सर्वराज सिंह को मात्र 5.94 प्रतिशत वोट ही मिले थे। भाजपा और बसपा में जीत-हार का अंतर 10.81 प्रतिशत रहा था। 

बरेली में सपा के भगवत शरण रहे दूसरे नंबर पर
मंडल की मुख्य बरेली लोक सभा सीट पर कुल मतदान 59.43 प्रतिशत हुआ था। यहां मुख्य मुकाबले में भाजपा के संतोष गंगवार और सपा के भगवत शरण गंगवार रहे थे। बीजेपी के संतोष गंगवार को 52.88 प्रतिशत वोट मिले थे तो सपा के भगवत शरण गंगवार को 37.23 प्रतिशत वोट मिले थे। यहां कांग्रेस के प्रवीण सिंह ऐरन कद्दावर नेता माने जाते हैं, इसके बाद भी उन्हें मात्र 6.94 प्रतिशत वोटों से ही संतोष करना पड़ा था। भाजपा और सपा में जीत-हार का अंतर 15.55 प्रतिशत रहा था। 

शाहजहांपुर सीट: बसपा रही फाइट में
यहां साल 2019 में कुल 56.1 प्रतिशत वोट पड़े थे। भाजपा के अरुण सागर को 58.04 प्रतिशत, बसपा के अमर चंद्र को 35.43 प्रतिशत और कांग्रेस के ब्रह्म स्वरूप को मात्र 2.97 प्रतिशत वोट ही मिले थे। भाजपा और बसपा में जीत-हार का अंतर 22.61 प्रतिशत रहा था। 

बदायूं में सपा के धर्मेंद्र यादव दूसरे नंबर पर रहे
सपा के धर्मेंद्र यादव यहां भाजपा की संघमित्र मौर्या से हार गए थे। धर्मेंद्र दूसरे नंबर पर रहे थे। लोक सभा सीट पर कुल कुल 57.15 प्रतिशत मत पड़े थे। जिसमें से भाजपा की संघमित्रा मौर्या को 47.28 प्रतिशत और सपा के धर्मेंद्र यादव को 45.58 प्रतिशत मत मिले थे। यहां कांग्रेस के सलीम को 4.8 प्रतिशत ही मत मिल सके थे। भाजपा और सपा में जीत-हार का अंतर 01.7 प्रतिशत रहा था।

पीलीभीत में सपा के हेमराज रहे दूसरे नंबर पर
लोक सभा सीट पीलीभीत पर साल 2019 में कुल मतदान 67.37 प्रतिशत हुआ था। यहां भाजपा के वरुण गांधी को 59.34 प्रतिशत और सपा के हेमराज वर्मा को 37.01 प्रतिशत वोट मिले थे। भाजपा और सपा में जीत-हार का अंतर 22.33 प्रतिशत रहा था।

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