हल्द्वानी छोड़ने के बाद बनमीत ने आठ देश और 50 राज्यों में खड़ा किया 150 मिलियन डॉलर का धंधा

हल्द्वानी छोड़ने के बाद बनमीत ने आठ देश और 50 राज्यों में खड़ा किया 150 मिलियन डॉलर का धंधा

हल्द्वानी, अमृत विचार। हल्द्वानी छोड़ने के बाद बनमीत सिंह अमेरिका में ही जम गया। पहले डार्क वेब के जरिये नशे के आदी ग्राहकों तक अपनी पहुंच बनाई। कुछ ही सालों में उनसे 8 देश और 50 राज्यों में अपना धंधा फैलाकर 150 मिलियन डॉलर का ड्रग साम्राज्य खड़ा कर दिया।  

बनमीत सिंह ने वर्ष 2012 से अवैध धंधे की शुरुआत की है। वर्ष 2017 तक उसने जमकर ड्रग्स बेचा और अपने अवैध व्यापार को अमेरिका समेत 8 देशों और 50 राज्यों तक फैलाया। वर्ष 2019 में बनमीत को लंदन में पकड़ा गया। इस दौरान उसने डार्कवेब के माध्यम से पूरे अमेरिका, कनाडा, आयरलैंड समेत करीब आठ देशों और अमेरिका में ओहियो, फ्लोरिडा, उत्तरी कैरोलिना, मैरीलैंड, न्यूयॉर्क, उत्तरी डकोटा और वाशिंगटन समेत अन्य स्थानों में अपना नेटवर्क खड़ा किया।

इन्हीं स्थानों पर दवा शिपमेंट मंगाई गई और फिर यहीं से दवाओं को फिर से पैक कर 50 राज्यों, कनाडा, इंग्लैंड, आयरलैंड, जमैका, स्कॉटलैंड और यू.एस. वर्जिन द्वीप समूह में विभिन्न स्थानों पर भेजा। बनमीत के ड्रग ग्रुप ने संयुक्त राज्य अमेरिका में सैकड़ों किलोग्राम ड्रग बेचा। बनमीत को मार्च 2023 में संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया था।

उसे 26 जनवरी को नियंत्रित पदार्थों को वितरित करने के इरादे से साजिश रचने और मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया। बनमीत को संयुक्त राज्य अमेरिका के अनुरोध पर अप्रैल 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था। 

डार्कवेब पर धंधा, क्रिप्टोकरेंसी से लेन-देन
बनमीत ने सैकड़ों किलोग्राम ड्रग्स और प्रतिबंधित दवाओं को पूरे अमेरिका में स्थानांतरित किया और एक मल्टीमिलियन डॉलर का ड्रग्स का धंधा खड़ा कर दिया। बनमीत ने लाखों डॉलर की ड्रग आय को क्रिप्टोकरेंसी खातों में जमा किया, जिसकी कीमत अंततः लगभग 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई। 

अमेरिका में काट रहा है पांच साल की सजा
बनमीत को डार्क वेब मार्केटप्लेस पर प्रतिबंधित दवाओं को बेचने के मामले में पांच साल कारावास की सजा सुनाई गई है और उससे लगभग 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर जब्त किए जाने के आदेश दिए गए हैं। डार्क वेब इंटरनेट का वह हिस्सा है, जहां तक आम सर्च इंजन नहीं पहुंच पाता। इस तक विशेष वेब ब्राउजर के जरिए ही पहुंचा जा सकता है।

इन नशीली दवाओं का धंधा करता था बनमीत
प्रतिबंधित पदार्थ आम तौर पर ऐसी दवा या रसायन होता है जिसका निर्माण और उपयोग सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। बनमीत ने फेंटेनाइल, एलएसडी, एक्स्टसी, जैनैक्स, केटामाइन और ट्रामाडोल जैसे नियंत्रित पदार्थ बेचे। इन्हें बेचने के लिए उसने सिल्क रोड, अल्फा बे, हंसा समेत कई अन्य डार्क वेब मार्केटप्लेस पर अपनी विक्रेता साइट बनाईं। ग्राहकों ने इन साइट से दवा खरीदते और क्रिप्टोकरेंसी से भुगतान करते थे। इसके बाद बनमीत ने व्यक्तिगत रूप से यूएस मेल या अन्य शिपिंग सेवाओं के माध्यम से यूरोप से अमेरिका तक दवाओं की खेप पहुंचाने की व्यवस्था की।