झारखंड में 13 मई को शुरू होगी मतदान प्रक्रिया, अर्जुन मुंडा व गीता कोड़ा की किस्मत का होगा फैसला

झारखंड में 13 मई को शुरू होगी मतदान प्रक्रिया, अर्जुन मुंडा व गीता कोड़ा की किस्मत का होगा फैसला

चुनाव डेस्क, रांची। झारखंड में चौथे चरण से लोकसभा चुनाव की शुरूआत हो रही है। 13 मई को राज्य की चार सीटों सिंहभूम, खूंटी, लोहरदगा और पलामू में वोट डाले जाएंगे। पलामू अनुसूचित जाति की आरक्षित सीट है, जबकि बाकी तीन सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। चारों लोकसभा क्षेत्रों में 32.07 लाख महिलाओं सहित 64.37 लाख से अधिक मतदाता हैं। 

2019 में भाजपा को राज्य में 11 सीटें मिली थीं, जबकि उसकी सहयोगी आजसू ने एक सीट जीती थी। कांग्रेस और जेएमएम को एक-एक सीट मिली थी। इस बार इन चारों सीटों पर होने वाले मतदान से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, चाईबासा की सांसद गीता कोड़ा, पलामू के सांसद बीडी राम, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव, झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव भगत जैसे दिग्गजों की किस्मत का फैसला होगा। यहां चारों सीटों पर भाजपा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों में आमने-सामने का मुकाबला नजर आ रहा है।

खूंटी में 1,445 वोटों से हारी कांग्रेस ले पाएगी बदला

खूंटी लोकसभा सीट से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के सामने कांग्रेस ने काली चरण मुंडा को मैदान में उतारा है। गरीबी, अफीम की खेती, नक्सलवाद और मानव तस्करी की समस्याओं का सामना करने वाले खूंटी लोकसभा क्षेत्र में अर्जुन मुंडा ने 2019 में काली चरण मुंडा को केवल 1,445 वोटों के मामूली अंतर से हराया था। इस बार काली चरण अपनी हार का बदला लेने को आतुर दिख रहे हैं। अर्जुन मुंडा की जीत के लिए भाजपा ने ताकत झोंक रखी है। 

सिंहभूम में दो दिग्गज महिला नेताओं की जंग

सिंहभूम में दो महिला नेताओं के बीच मुकाबला है। भाजपा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा फिर मैदान में हैं, यहां झामुमो की जोबा मांझी उनका मुकाबला कर रही हैं। गीता कोड़ा ने 2019 में इस सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की थी। गीता कोड़ा चुनाव से पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हो गई थीं। जोबा मांझी सिंहभूम के ही मनोहरपुर से लगातार छह बार विधायक चुनी गई हैं। वह बिहार और झारखंड सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। 

लोहरदगा में आसान नहीं समीर उरांव की राह 

लोहरदगा में कांग्रेस के सुखदेव भगत का मुकाबला भाजपा के समीर उरांव से है। भाजपा ने मौजूदा सांसद सुदर्शन भगत की जगह उरांव पर भरोसा जताया है। इसकी वजह सुदर्शन भगत को 2019 में सिर्फ 10,363 वोटों से मिली जीत रही है। 2018 में ओरांव राज्यसभा के लिए चुने गए थे और उनका कार्यकाल तीन मई को समाप्त हो गया है। यहां उनका मुकाबले में कांग्रेस ने पूर्व विधायक और पार्टी के प्रदेशअध्यक्ष रहे सुखदेव भगत को उतारा है। 

पलामू में भाजपा जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में  

पलामू में भाजपा ने राज्य के पूर्व डीजीपी सांसद विष्णु दयाल राम को तीसरी बार मैदान में उतारा है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद)  की तरफ से ममता भुइयां यां इंडिया गठबंधन उम्मीदवार के रूप में उनका मुकाबला कर रही हैं। 2019 के चुनाव में विष्णु दयाल राम ने राजद के घूरन राम को  4,77,606 वोटों के अंतर से हराया था। यहां इस बार भी भाजपा की स्थिति बेहतर मानी जा रही है।

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