Exclusive: आठ सीटों पर जीत का चौका, 48 में हैट्रिक का इरादा, ये है भाजपा के मिशन-80 की उम्मीदों का लेखाजोखा...

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Published By Deepak Shukla
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चुनाव डेस्क, दिग्विजय सिंह। पिछले दो लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में एकतरफा जीत हासिल की थी। इस बार पार्टी मिशन-80 लेकर चल रही है, तो उसकी उम्मीदें बेवजह भी नहीं हैं। आठ लोकसभा सीटों लखनऊ, आगरा, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ, आंवला, बांसगांव और पीलीभीत में भाजपा हैट्रिक लगा चुकी है, इस बार जीत का चौका लगाने उतरी है। 

इसके साथ ही प्रदेश में 48 लोकसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जहां भाजपा इस बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए चुनावी मैदान में है। दरअसल, प्रदेश में 49 लोकसभा सीटों पर भाजपा 2014 की मोदी लहर के बाद 2019 में भी चुनाव जीती थी।  लेकिन इस बार इनमें से बागपत लोकसभा सीट पर उसकी सहयोगी जयंत चौधरी की रालोद ने चुनाव लड़ा है। 

लखनऊ में लगातार आठ जीत का रिकार्ड, राजनाथ की हैट्रिक और जीत का चौका भी

लखनऊ लोकसभा सीट पर भाजपा 1991 के चुनाव से लगातार जीत रही है, और अब तक आठ बार चुनाव जीत  चुकी है। इस बार यहां से दिग्गज भाजपा नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में हैं। हालांकि राजनाथ सिंह के लिए लखनऊ में जीत की हैट्रिक का सवाल है, लेकिन चुनाव जीतने पर उनका विजयी चौका होगा, क्योंकि वर्ष 2009 का चुनाव उन्होंने गाजियाबाद सीट से जीता था। इसके बाद 2014 व 2019 का चुनाव लखनऊ से जीते हैं। 

27 सांसद उतरे हैं जीत की हैट्रिक लगाने 

प्रदेशमें इस बार भाजपा के 28 सांसद जीत की हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भारी उद्योग मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय, केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी, संजीव बालियान, भानु प्रताप सिंह वर्मा, कौशल किशोर शामिल हैं। 

मेनका गांधी दो बार लगा चुकी हैं जीत की हैट्रिक

भाजपा सांसद मेनका गांधी आठ बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं। इस बार वह सुल्तानपुर से नवीं जीत हासिल करने के लिए मैदान में है। मेनका इससे पहले दो बार जीत की हैट्रिक लगा चुकी हैं। पीलीभीत लोकसभा सीट से वर्ष 1996, 1998 व 1999 में चुनाव जीतकर उन्होंने पहली हैट्रिक लगाई थी। इसमें 1996 का चुनाव वह जनता दल से लड़ी थीं, जबकि 1998 और 1999 में निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी।  

भाजपा प्रत्याशी के रूप में 2004, 2009 व 2014 के तीन लोकसभा चुनाव लगातार जीतकर उन्होंने दूसरी बार जीत की हैट्रिक पूरी की थी। मेनका गांधी की बराबरी करने के लिए केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी भी लाइन में हैं। वह इस बार दूसरी हैट्रिक लगाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं। 

पंकज चौधरी ने महाराजगंज लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में वर्ष 1991,1996 व 1998 में चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई थी। इसके बाद 2004 का चुनाव भाजपा से जीतने के बाद 2014 व 2019 में महाराजगंज से फिर जीते थे।

आठ बार चुनाव जीतने वालों में संतोष गंगवार भी पर इस बार नहीं मैदान में 

प्रदेश से आठ बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले सांसदों में मेनका गांधी के अलावा भाजपा नेता संतोष गंगवार भी हैं। वह 2019 में आठवीं बार सांसद चुने गए थे। लेकिन इस बार बरेली सीट से भाजपा ने उनका टिकट काट दिया था। इसी तरह बाजपा सांसद ब्रजभूषण सिंह भी जीत का सिक्सर लगा चुके हैं, लेकिन उनका भी टिकट इस बार पार्टी ने काट दिया है।    

लेकिन सबसे बड़ा कीर्तिमान पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नाम

प्रदेश से सबसे अधिक बार लोकसभा चुनाव जीतने का कीर्तिमान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर है। वह दूसरी लोकसबा से 14वीं लोकसभा तक 10 बार सांसद चुने गए थे। इसमें से नौ बार उन्होंने उत्तर प्रदेश से चुनाव जीता था।  

छह नेताओं ने लगाया जीत का सिक्सर

प्रदेश से लोकसभा चुनाव में जीत का सिक्सर लगाने वाले छह नेताओं में प्रतापगढ़ के राजा दिनेश सिंह, भाजपा के दिग्गज मुरली मनोहर जोशी, सपा संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह के अलावा  राम नगीना मिश्र तथा महादीपक सिंह शाक्य के नाम हैं।

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