बाराबंकी: कांग्रेस ने 'पानी की तरह बहाया पैसा', भाजपा चल रही पीछे, बसपा तीसरे स्थान पर

बाराबंकी: कांग्रेस ने 'पानी की तरह बहाया पैसा', भाजपा चल रही पीछे, बसपा तीसरे स्थान पर

रीतेश श्रीवास्तव, बाराबंकी, अमृत विचार। चुनावी संग्राम में इस बार 13 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। भारत निर्वाचन आयोग ने इस बार प्रत्येक प्रत्याशी को चुनाव प्रचार में अधिकतम 95 लाख रुपये की धनराशि खर्च करनी सीमा तक की है।इसका ध्यान रखते हुए 10 मई तक कांग्रेस के गठबंधन प्रत्याशी ने सबसे अधिक धनराशि खर्च की है।

जबकि भाजपा प्रत्याशी दूसरे नंबर पर चल रही हैं। वहीं बसपा के धुरंधर तीसरे नंबर पर हैं। इन प्रमुख दलों के अलावा दस अन्य प्रत्याशियों में से जहां दो ने चुनाव खर्च का ब्योरा प्रस्तुत नहीं किया है और उन्हें नोटिस जारी की गई है। वहीं आठ अन्य प्रत्याशी तो 20 हजार रुपये से कम की धनराशि ही खर्च कर पाए हैं।

लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों को चुनावी आय-व्यय का ब्योरा तय समय पर भारत निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक को प्रस्तुत करना होता है। इस प्रत्याशियों को चुनावी आय-व्यय से जुड़े अभिलेख, बिल-वाउचर आदि को मतदान से पहले तीन बार व्यय प्रेक्षक के सामने प्रस्तुत करना है।

इसके लिए व्यय प्रेक्षक ने 10, 14 और 18 मई की तिथि निर्धारित की है। बीते 10 मई को नवाबगंज तहसील सभागार में व्यय प्रेक्षक गोखे की मौजूदगी में प्रत्याशियों या उनके प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत किए गए व्यय रजिस्टर में सबसे अधिक कांग्रेस के गठबंधन प्रत्याशी तनुज पुनिया सबसे आगे हैं।

इन्होंने 10 मई तक 18,45,801 रुपये की धनराशि की है। जबकि भाजपा प्रत्याशी राजरानी रावत दूसरे नंबर पर हैं। इन्होंने इस तिथि तक 12,67,839 रुपये चुनाव प्रचार में खर्च कर सकी हैं। जबकि बसपा के प्रत्याशी शिव कुमार दोहरे तीसरे स्थान पर हैं। इन्हाेंने अब तक 1,01783 रुपये ही खर्च कर पाए हैं। इसके अलावा पब्लिक अधिकार सोशलिस्ट इंडियन पार्टी के प्रत्याशी रामगुलाम राजदान 94,960 तो स्वतंत्रता अभिव्यक्ति पार्टी की आशा देवी मात्र 36,417 रुपये ही खर्च कर सकी हैं।

वहीं महेेंद्र कुमार ने 17,770 रुपये,  संतोष कुमार ने 18,200 रुपये, बाबूराम ने 20,300, रामलखन पासी ने 15,200,  मिथिलेस कुमारी ने 19063 रुपये व अोमकार ने  मात्र 12,853 रूपये की धनराशि ही खर्च कर पाए हैं। वहीं सरदार पटेल सिद्धांत पार्टी के प्रेमचंद्र हरिजन और निर्दलीय प्रत्याशी देवतादीन ने खर्च का ब्योरा ही नहीं दिया। इस पर इन्हें आरओ द्वारा नोटिस जारी कर आज सोमवार को व्यय रजिस्टर के साथ बुलाया गया है।

दूसरे व तीसरे खर्च के मिलान में बढ़ेगी रकम

अभी तक प्रत्याशी नामांकन के बाद स्वयं व अपने समर्थकों के साथ झंडे़, बैनर, बिल्ला व पोस्टर आदि लेकर घर-घर चुनाव प्रचार कर रहे थे। वहीं अनुमति लेकर सभी विधानसभाओं में वाहनों के जरिए भी प्रचार में लगे हैं लेकिन अब यानी 11 से 18 मई के बीच बड़े नेताओं की रैली व जनसभा होने के चलते उनके चुनाव प्रचार का खर्च और ज्यादा बढ़ेगा। ऐसे में दूसरे और तीसरे खर्च मिलान के दौरान कौन प्रत्याशी सबसे अधिक खर्चीला रहा यह तो बाद में मालूम होगा। फिलहाल 12 मई को अखिलेश यादव की जनसभा हो चुकी है। आज व कल सीएम योगी आदित्यनाथ और 17 मई को पीएम मोदी की जनसभा होनी है। ऐसे में दोनों प्रमुूख दलों के प्रत्याशियों के खर्च की धनराशि में इजाफा होना लाजमी है।

वर्जन...

व्यय प्रेक्षक के समक्ष 13 में से 11 प्रत्याशियों ने व्यय रजिस्टर प्रस्तुत कर चुनावी खर्च का ब्योरा दिया है। इनमें कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी पहले मिलान में सबसे ज्यादा धनराशि खर्च की है। अभी 14 और 18 मई को दो और मिलान होंगे। चुनावी खर्च पर टीमें नजर रख रही हैं.., अमित कुमार, वरिष्ठ कोषागार अधिकारी।

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