भीमताल: 5 दिन से शिक्षक के आने का इंतजार कर रहे 9 बच्चे

भीमताल: 5 दिन से शिक्षक के आने का इंतजार कर रहे 9 बच्चे

भीमताल, अमृत विचार। विकासखंड ओखलकांडा में भले ही जनप्रतिनिधि शिक्षा व्यवस्था में बेहतर सुधार के दावे करते हों, मगर धरातल पर हकीकत इसके विपरीत है। क्षेत्र के एक प्राइमरी विद्यालय ने जनप्रतिनिधियों के दावों की पोल खोलकर रख दी है। ताजा मामला ग्राम सभा माटेला के प्राइमरी विद्यालय पटगली का है। इस विद्यालय में पिछले पांच दिनों से कोई शिक्षक नहीं है। हैरानी इस बात की है कि इसका पता न तो शिक्षा विभाग को है और ही उच्च अधिकारियों को।

प्राइमरी विद्यालय में करीब नौ बच्चे पढ़ते हैं, जिन्हें पढ़ाने के लिए पांच दिनों से कोई शिक्षक नहीं पहुंचा है। ग्रामीण देव सिंह ने बताया कि करीब पांच दिन पूर्व विद्यालय में तैनात शिक्षिका ने अवगत कराया कि वह अवकाश पर हैं। जब दूसरे दिन भी शिक्षिका विद्यालय नहीं पहुंची तो पता चला कि उनका स्वास्थ्य सही नहीं है। शिक्षा विभाग की ओर से वैकल्पिक शिक्षक की व्यवस्था की गई है। मगर चार दिनों से वैकल्पिक व्यवस्था वाले शिक्षक भी नहीं पहुंचे हैं। भोजनमाता के सहारे विद्यालय चल रहा है।

इधर, शिक्षक के न पहुंचने पर अभिभावक विद्यालय में पहुंचे और रोष प्रकट किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर करते हुए जिला प्रशासन से तत्काल शिक्षक को भेजने की गुहार लगाई। इस दौरान उमेश राम, मोहन राम, तुलसी देवी, सरस्वती देवी, महेश राम आदि मौजूद रहे।


शिक्षिका से संपर्क किया गया तो मेडिकल में होने की जानकारी मिली है। लेकिन इस बात की जानकारी नहीं है कि मेडिकल किसको दिया है। शिक्षिका का वेतन रोकने के निर्देश दे दिए गए हैं। विद्यालय में वैकल्पिक शिक्षक की व्यवस्था कर दी गई है। 
- सुलोहिता नेगी, खंड शिक्षा अधिकारी ओखलकांडा