बाराबंकी : प्रतिदिन दो से तीन लोग होते हैं डाग बाइट का शिकार

25 दिन में कुत्ते के काटने के सीएचसी में आए 70 मरीज, नगर पंचायत की गलियों में कुत्तों की भरमार 

बाराबंकी : प्रतिदिन दो से तीन लोग होते हैं डाग बाइट का शिकार

पकड़नें के नाकाफी हैं इंतजाम, हो रहे हमलावर 

दरियाबाद बाराबंकी अमृत विचार। नगर पंचायत में दिन प्रतिदिन बढ़ रही आवारा कुत्तों की संख्या नगर पंचायत वासियों के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। आए दिन इन लावारिस कुत्तों के काटने से कई लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। अब तक मई माह में क्षेत्र के तकरीबन 70 लोग इन लावारिस कुत्तों के काटने से अस्पताल पहुंचे हैं। जिनको डाक्टरों द्वारा रेबीज के इंजेक्शन लगाए गए हैं। यह आंकड़े काफी चौकाने वाले हैं। इस हिसाब से देखे तो प्रतिदिन औसनत दो से तीन लोग डाग बाइट का शिकार हो रहे हैं। 

नगर पंचायत की गलियों व सड़कों पर आवारा कुत्तों  की संख्या बढ़ने के साथ ही क्षेत्र में  डाग बाइट के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। कुत्तों के काटने का शिकार हो रहे लोग व परिजनों को इसके कारण काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इन आवारा कुत्तों के कारण क्षेत्रवासी रैबीज जैसी लाइलाज बीमारी का शिकार होने से भी डर रहे हैं। डाग बाइट के डर से रात को  सुनसान गलियों में अकेले गुजरने से भी लोग कतराते हैं।

वहीं दिन की अपेक्षा रात के समय इन कुत्तों के झुंड ज्यादा अक्रामक और सक्रिय हो जाते हैं। इससे हादसों का भी जोखिम बढ़ जाता है लेकिन इसके बावजूद  स्थानीय प्रशासन की ओर से इस परेशानी को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। इससे परेशानी बढ़ती जा रही है। ईओ शीलू अवस्थी ने बताया कि नगर पंचायत के कुत्तों और बंदरों को पकड़ने के लिए प्रशिक्षित कर्मचारी नहीं हैं। आचार संहिता के बाद कर्मचारी हायर कर कुत्तों को पकड़ा जाएगा । फाॅर्मासिस्ट आशीष त्रिपाठी ने बताया कि मई माह में अब तक 70 लोगों को रैबीज का इंजेक्शन लगाया गया है। इस हिसाब से देखें तो प्रतिदिन दो से तीन लोग डाग बाइट का शिकार हो रहे हैं।

 

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