शाहजहांपुर: महानगर में बनेंगे दो स्मार्ट इनर रिंग रोड, सुधरेगी यातायात व्यवस्था

शाहजहांपुर: महानगर में बनेंगे दो स्मार्ट इनर रिंग रोड, सुधरेगी यातायात व्यवस्था

शाहजहांपुर, अमृत विचार: महानगर की यातायात व्यवस्था में चार चांद लगाने के लिए जल्द ही दो स्मार्ट इनर रिंग रोड का निर्माण कराया जाएगा। रेल लाइन की सालों से खाली पड़ी जमीन पर इनका निर्माण कराया जाएगा। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के निर्देश पर नगर निगम ने रेलवे से पत्राचार शुरू कर दिया है। पहले रेलवे लाइन की जमीन पर नगर निगम अपना स्वामित्व लेगा और फिर अतिक्रमण से मुक्त कराकर स्मार्ट इनर रिंग रोड बनाया जाएगा। इससे शहर में लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिलेगी। इसके लिए मुरादाबाद रेलवे मंडल और नगर निगम के बीच संयुक्त रूप से पत्राचार किया जा रहा है।

ब्रिटिश हुकूमत शहर के अंदर रेलवे लाइन डाली गई थी, जो इंदिरा नगर मोहल्ले में से होते हुए मघईटोला मोहल्ले तक गई थी। इस रेलवे लाइन पर चलने वाली ट्रेनों से व्यापारियों का माल भी जाता था। इसका मघईटोला में आखिरी स्टापेज था। पुराने पोस्टमार्टम हाउस के पास मोहल्ला बिजलीपुरा से दूसरी रेलवे लाइन निकाली गई थी, जो बहादुरगंज से बहादुरपुरा तक जाती थी। 

देश की आजादी के बाद शहर के अंदर जाने वाली ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया। इसके बाद वर्षो तक रेलवे लाइन की जमीन खाली पड़ रही लेकिन धीरे-धीर रेलवे की इस निष्प्रयोज्य जमीन पर लोगों ने कब्जा करना शुरू कर दिया। पुराने पोस्टमार्टम हाउस के पास रेलवे लाइन किनारे लोगों ने मकान बनवा लिए हैं, वही बहादुरगंज में भी रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया। 

नगर निगम बनने के बाद जब इसके विकास का खाका खींचा गया तो सबसे अधिक समस्या शहर के अंदर ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार की महसूस की गई। तब फिर प्रस्ताव रखा गया कि रेलवे की निष्प्रयोज्य जमीन पर रिंग रोड बना दी जाए, तो शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार हो सकता है। कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने नगर निगम अधिकारियों को रेलवे अधिकारियों से पत्राचार किए जाने के निर्देश दिए। 

मामला शासन के संज्ञान में लाने के साथ ही मुरादाबाद रेलवे अधिकारियों को पत्र लिखे गए। जिस पर रेलवे अधिकारियों ने नगर निगम से आंकड़ा मांगा कि रेलवे की कितनी जगह निष्प्रयोज्य पड़ी जगह पर रिंग रोड बनाने की योजना है। नगर निगम की ओर से एक बार रिपोर्ट भेजी जा चुकी है लेकिन कहीं कोई गड़बड़ी न रह जाए, इसलिए दोबारा रिपोर्ट मांगी गई है। 

नगर निगम ने रेलवे की निष्प्रयोज्य बनी 5.3 किलोमीटर जमीन पर रिंग रोड बनाने का प्रपोजल तैयार कर लिया और इसके रिपोर्ट मुरादाबाद रेलवे अधिकारियों को भेज दी गई है। रेलवे और नगर निगम अधिकारियों के बीच बैठक होनी है, उसी में तय होगा कि आखिर रेलवे निष्प्रयोज्य जमीन से अपना सामान पटरी आदि कब हटाएगा, उसके बाद ही नगर निगम को जमीन मिल पाएगी। इस काम में अभी कुछ माह का समय लगने की उम्मीद जताई जा रही है।

इन स्थानों पर है अतिक्रमण
एक रेलवे लाइन इंदिरा नगर कॉलोनी और लोदीपुर के पास से पुराना पोस्टमार्टम हाउस होते हुए बंकाघाट की ओर गई है। इसी तरह एक लाइन बहादुरपुरा, बहादुरगंज होते हुए बंकाघाट तक गई है। पूर्वोत्तर रेलवे स्टेशन से डाट वाले पुल से होते हुए रेल लाइन गर्रा फाटक होते हुए अब्दुल्लागंज तक जाती है।रेलवे की जमीन पर लोगों ने कब्जा करके छप्पर डाल रखे हैं। बहादुरगंज से भोलागंज तक रेलवे की जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। बहादुरगंज में तो रेलवे की जमीन पर लकड़ी का व्यापार किया जा रहा है। रोडवेज रेलवे क्रासिंग के पास रेलवे की जमीन पर कई बार अतिक्रमण हटाया गया, लेकिन लोगों ने फिर कब्जा कर लिया।

बदले में अयोध्या रेलवे को दी जा चुकी है जमीन
नगर आयुक्त डॉ. विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि रेलवे की इस जमीन पर स्मार्ट इनर रिंग रोड बनाने के लिए रेलवे को बदले में अयोध्या में 9.3 हेक्टेअर जमीन दी जा चुकी है। जिस पर काम हो चुका है। अब यहां रेलवे की जमीन मिलते ही रिंग रोड का काम शुरू होगा। हालांकि इसमें अभी समय लगेगा।

रेलवे की इंदिरा नगर से मघईटोला तक और बहादुरगंज से बहादुरपुरा तक रेलवे की 5.3 किलोमीटर निष्प्रयोज्य जमीन पर स्मार्ट इनर रिंग रोड बनाए जाने की योजना है,इसलिए मुरादाबाद रेलवे मंडल के अधिकारियों से पत्राचार किया जा रहा है। रेलवे अपनी जगह से जैसे ही अपना सामान हटा लेगा, तब जगह मिलते ही रिंग रोड बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी- डॉ. विपिन कुमार मिश्र, नगर आयुक्त

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